गणित का आविष्कार किसने किया और सबसे पहले गणितज्ञ कौन था?

दोस्तों क्या आप जानते है की Math Kisne Banaya या गणित का आविष्कार किसने किया था, अगर नहीं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े क्योकि इस लेख में हम गणित की खोज जुडी सम्पूर्ण जानकारी देंगे।

गणित का आविष्कार किसने किया था ? (Maths Ka Avishkar Kisne Kiya)

गणित का आविष्कार किसने किया

करीबन 4000 साल पहले बेबीलोन और मिश्र सभ्यताएं द्वारा गणित का उपयोग पंचांग या कैलेंडर बनाने के लिए किया जाता था। जिससे दिनचर्या के कामों को करने में काफी ज्यादा मदद मिलती थी। उसके बाद विश्व का सबसे पहला सिद्धांतिक गणितज्ञ मिलेटस निवासी Thales of Miletus (थेल्स) को माना जाता है।

गणित का इतिहास ?

गणित काफी प्राचीन और महत्वपूर्ण विषय है गणित की महत्वता प्राचीन काल से ही चली आ रही है। गणित के आविष्कार के पीछे बहुत से गणितज्ञ का हाथ है। वर्तमान समय में वैदिक गणित का स्थान सर्वोपरि है।

वेदों के सभी अंगों तथा शास्त्रों में गणित की काफी ज्यादा महत्वता है। गणित का इतिहास काफी पुराने समय से माना जाता है। गणित को संस्कृत एवं सभ्यता का सृजन करता माना जाता है। गणित का इतिहास कई सारे राज्यों की संस्कृति का चित्र प्रस्तुत करता है।

विश्व में सबसे पहले गणित की खोज किसने की थी?

माना जाता है कि विश्व में सबसे पहले गणित की खोज मिलेटस निवासी थेल्स द्वारा की गई थी, जिन्हें विश्व का सबसे पहला गणितज्ञ भी कहा जाता है। Thales of Miletus यूनान के महान दार्शनिक थे। इन्होंने ही गणित भूगोल के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था।

दोस्तों आपको बता दे की गणित की खोज के कारण ही आज बहुत से अविष्कार हुई जिसमे से एक टेलीफोन का भी है अगर आपको नहीं पता की टेलीफोन का आविष्कार किसने किया यहां भी आप हमारी वेबसाइट के माध्यम से जान सकते है।

वैदिक गणित की खोज

वैदिक गणित को पुरी के शंकराचार्य स्वर्गीय स्वामी श्री भारती कृष्ण तीर्थजी द्वारा बनाया गया है। इन्होंने अपने ज्ञान के माध्यम से 16 मुख्य सूत्रों और 13 उप सूत्रों को संगठित किया जो कि गणित से लेकर के विश्लेषणात्मक शंकुओं तक की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर करता हैं।

इन्होंने इन फार्मूला के माध्यम से उच्च तकनीकी की एक झलक प्रस्तुत की, जिसे आज के समय में वैदिक गणित के नाम से जाना जाता है।

गणित के सिंबोल का आविष्कार किसने किया?

गणित के सिंबोल का आविष्कार महान गणितज्ञ ब्रह्म गुप्ता द्वारा किया गया है। ब्रह्मगुप्त ने उस समय मौजूद सभी गणितज्ञों के आविष्कारों और सूत्रों को ध्यानपूर्वक पढ़ा और समझा, और फिर उसके बाद गणित से जुड़े हुए बहुत सारे आविष्कार किए।

आर्यभट्ट द्वारा जीरो का आविष्कार करने के बाद जीरो का उपयोग कब कहां और किस प्रकार करना है, यह ब्रह्मगुप्त ने दुनिया को बताया। ब्रह्मगुप्त द्वारा ही अंकगणित और बीजगणित का आविष्कार किया गया है।

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