दोस्तों क्या आप जानते है की गामा किरण की खोज किसने की अगर नहीं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े, यहां हुमा गामा किरणों के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे।
गामा किरण क्या होती है ?
गामा किरण का प्रकाश का सबसे अच्छा ऊर्जावान रूप है। यह एक तरह का इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव या फोटोन है, जोकि परमाणु नाभिक के रेडियो सक्रिय क्षय या परमाणु विस्फोटको द्वारा उत्पन्न होती है। गामा किरणो को ब्रह्मांड के सबसे गर्म क्षेत्रों द्वारा उत्पन्न किया जाता है।
गामा किरणों की इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पेक्ट्रम सबसे छोटी वेव लेंथ वाला होता है, परंतु यह बाकी सभी फोटोन की ऊर्जा से काफी अधिक होता है। गामा किरण को Y से दर्शाया जाता है।
गामा किरण की खोज किसने की ?
गामा किरण की खोज सबसे पहले सन 1900 में फ्रांस के भौतिक शास्त्री और फ्रांसीसी रसायनज्ञ Paul Ulrich Villard (पॉल उलरिच विलार्ड) द्वारा किया गया था। रेडियम से निकलने वाले विकिरण का अध्ययन करते समय गामा वीकिरण की खोज हुई थी।
जब परमाणु का नाभिक एक उच्च ऊर्जा स्तर से अन्य ऊर्जा स्तर पर क्ष्यित होता है, तो इस प्रक्रिया के दौरान गामा किरण निकलती है। और इसी गामा किरण को Gamma Decay भी कहा जाता है।
गामा किरण का नामकरण किसने किया ?
गामा किरण का नामकरण अर्नेस्ट रदरफोर्ड द्वारा किया गया था। अर्नेस्ट रदरफोर्ड सन 1903 में जब रेडियम की जांच कर रहे थे, तब पदार्थ के अपेक्षाकृत मजबूत प्रवेश के आधार पर गामा किरण को नाम दिया। अर्नेस्ट रदरफोर्ड ने पहले से ही सन 1900 में अल्फा किरण और बिटा करण को शक्ति को आरोही क्रम में नाम दिया था।
गामा किरण के गुण
गामा किरण के निम्नलिखित गुण हैं:
- गामा किरण लाइट की स्पीड के साथ ट्रैवल करती है।
- गामा किरण चुंबकीय और बिजली के क्षेत्रों द्वारा Deflecte नहीं होती है।
- गामा किरण परमाणु रिएक्शन का उत्पादन करने में सक्षम होता है।
- गामा किरण इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तरंगे होती हैं जो कि बाकी फोटोन की वेवलेंथ की तुलना में छोटी होती है।
- गामा किरण Penetrating शक्ति वाला किरण है जोकि लोहे और कांच के कई सेंटीमीटर अंदर तक गुजरने में सक्षम होती है।
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दोस्तों उम्मीद करते है की गामा किरण की खोज के बारे में इस लेख में साझा की हुई जानकारी महत्पूर्ण लगी होगी।