MRI की खोज किसने की थी और MRI किस काम आती है

दोस्तों क्या आप जानते है की MRI की खोज किसने की थी और MRI किस काम आती है अगर नहीं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े यहां हम MRI के बारे में विस्तार से जानकारी देने वाले है।

What Is Mri Test In Hindi

MRI एक मेडिकल टेस्ट होता है जिसमें मशीन के अंदर शरीर के भाग को डाला जाता है और स्कैन किया जाता है। MRI का पूरा नाम मैगनेटिक रेसोनेंस इमेजिंग होता है यह स्कैन मैग्नेटिक तरंगों की मदद से की जाती है और इसकी मदद से शरीर के अंदर गहराई से तस्वीर देखा जाता है एवं बीमारियों का पता लगाया जाता है।

खास तौर पर यह मस्तिष्क आदि के कैंसर ,हड्डी ,मांस पेशियों ,ट्यूमर ,ब्लॉकेज के बीमारियों का सटीक परिणाम दिखाता है। स्कैन के दौरान शरीर को ट्यूब में लेटाया जाता है और मैग्नेट फील्ड के अंदर रखा जाता है।

MRI Ki Khoj Kisne Ki (who Discovered Mri)

MRI की खोज 1973 में पॉल लौटरबर ने सर्वप्रथम किया था। उस समय यह बहुत ही छोटा 21 मिलीमीटर के डायमीटर का ट्यूब था। इसकी एक्सपेरिमेंट करने के बाद यह सफल हो गई जिसके बाद 1977 में पीटर मैनसफिल्ड ने MRI. तकनीकी में सुधार किया, बढ़ते तकनीकी के साथ इसमें मानव उंगलियों का MRI निकाला जाने लगा।

उसके बाद रेमंड दमाडियन ने MRI को पूरी तरीके से बदल कर मानव जीवन में लाया जिससे एक पूरे मानव शरीर का MRI निकाला जा सकता है। और इससे बड़े-बड़े बीमारियों का भी पता आसानी से किया जा सकता है।

एम आर आई का फुल फॉर्म

एम आर आई ( MRI) का फुल फॉर्म मैगनेटिक रेसोनेंस इमेजिंग (Magnetic resonance imaging) होता है, जिसे हिंदी मे चुंबकीय प्रतिध्वनि इमेजिंग कहते है।

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