मीथेन गैस की खोज किसने की थी?

मीथेन एक प्रकार की गैस है जिसका कोई रंग नहीं होता है और न ही कोई स्वाद और गंध ही होता है। प्रकृति में बहुत अधिक मात्रा में पाई जाने वाली यह गैस, हमारे वायुमंडल को गर्म करने वाली दूसरी सबसे महत्वपूर्ण ग्रीनहाउस गैसों में एक है। यह गैस हाइड्रोकार्बन मोलेक्यूल में सबसे सरल मॉलिक्यूल है।

लेकिन दोस्तों क्या आपको पता है की मीथेन गैस की खोज किसने की थी, अगर नहीं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े।

मीथेन गैस की खोज खोज किसने की?

मीथेन गैस का अविष्कार नवंबर 1776 में इटली के भौतिक वैज्ञानिक एलेसेंड्रो वोल्टा ने किया। इनका जन्म 18 फरवरी 1745 तथा मृत्यु 7 मार्च 1827 में हुई थी।

उन्हे यह गैस इटली के एक प्रसिद्ध झील मजोरे में पाई थी। इसके बाद लगभग 1778 में वह मीथेन को एक अलग गैस के रूप में अलग करने में कामयाब हो गए।

इस प्रकार प्राकृतिक रूप से पायी जाने वाली मिथेन गैस को सबसे पहली बार वैज्ञानिक एलेसेंड्रो वोल्टा ने पहचाना था। Alessandro Volta ने ही इलैक्ट्रिक बैटरी का भी आविष्कार किया था।

मीथेन गैस का प्रयोग:-

  • ईंधन के रूप में
  • Liquefied प्राकृतिक गैस
  • रॉकेट ईंधन के लिए तरल मीथेन
  • प्राकृतिक गैस

मीथेन गैस कहां पाई जाती है?

यह गैस धरती के सतह के नीचे पेट्रोलियम पदार्थों के साथ प्राकृतिक गैस के रूप में पाया जाता है । मीथेन दलदली भूमि में भी पाई जाती है ।

इसीलिए इसे मार्श गैस भी कहते हैं । धरती की सतह के नीचे मीथेन का उत्पादन जैविक, रासायनिक, भौतिक और भूवैज्ञानिक विभिन्न प्रक्रियाओं और प्रतिक्रियाओं द्वारा अंतिम उत्पाद के रूप में होता है।

यह कोयले के खानों में इकठ्ठा हो जाती हैं, जिससे विस्फोट एवम् आग लगने की घटना भी सामने आती है।

गोबर में भी मिथेन गैस पाई जाती है। अधिक मात्रा में गोबर का उपयोग करके गोबर गैस संयंत्र बनाया जाता है और फिर पाइप के माध्यम से इस संयंत्र से मिथेन गैस को रसोई घर तक पहुंचाया जाता है।

प्रयोगशाला में सोडियम एसोटेट को सोडियम हाइड्रॉकसाइड और कैल्सियम ऑक्साइड के साथ गर्म करके मिथेन गैस को बनाया जाता है । 

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