दोस्तों क्या आपको पता है की कार्बन डाइऑक्साइड क्या है और कार्बन डाइऑक्साइड की खोज किसने की थी, अगर नहीं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े।
कार्बन डाइऑक्साइड एक रंगहीन गैस है, जिसका गंध हल्का तीखा और स्वाद खट्टा होता है। यह ग्लोबल वार्मिंग से जुड़ी सबसे महत्वपूर्ण ग्रीनहाउस गैसों में से एक है, लेकिन यह पृथ्वी के वायुमंडल का एक मामूली घटक है , जो कार्बन युक्त सामग्री में, किण्वन प्रक्रिया में, और जानवरों के श्वसन में और नियोजित होता है। पौधों द्वारा कार्बोहाइड्रेट के प्रकाश संश्लेषण में भी उपयोग होता है।
कार्बन डाइऑक्साइड की खोज किसने की:-
पहली बार कार्बन डाइऑक्साइड को 1823 ई• में माइकल फैराडे और हम्फ्री डेवी द्वारा द्रवीभूत किया गया था। इसलिए कार्बन डाइऑक्साइड की खोज का श्रेय भी इन्हे ही जाता है।
वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर कितना है?
यह गैस वायुमंडल में 0.03% से 0.04% तक पाई जाती है, परन्तु मौसम में परिवर्तन के साथ वायु में इसकी सान्द्रता भी थोड़ी बहुत परिवर्तित होती रहती है। जलवायु परिवर्तन के कारण तापमान में वृद्धि और कमी और जलवायु परिवर्तन के लिए कार्बन डाइऑक्साइड को ही जिम्मेवार बताया जाता है, प्रकाश संश्लेषण के समय पेड़ और पौधे इस गैस को ग्रहण करके वायुमंडल में ऑक्सीजन का उत्सर्जन करते हैं।
कार्बन डाइऑक्साइड के उपयोग:-
- कार्बन डाइऑक्साइड का सबसे महत्वपूर्ण योगदान फोटो सिंथेसिस प्रक्रिया में होता है, कार्बन डाइऑक्साइड के कारण ही पौधों का अस्तित्व और जीवन संभव है।
- इसका प्रयोग आग बुझाने के लिए भी किया जाता है।
- कई रासायनिक प्रक्रियाओं में इस गैस का प्रयोग किया जाता है। कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग कार्बोनेटेड ठंडे पेय और सोडा वाटर को बनाने के लिए किया जाता है। बीयर और स्पार्कलिंग वाइन में भी कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग किया जाता है।
- वेल्डिंग आर्क में भी इसका उपयोग किया जाता है। यह पोर्टेबल दबाव उपकरण में सिस्टम के लिए सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली संपीड़ित गैसों में से एक है। कार्बन डाइऑक्साइड वेल्डिंग करने के लिए बहुत ही उपयोगी गैस है, हालांकि वेल्डिंग आर्क में, यह अधिकांश धातुओं को ऑक्सीकरण करके प्रतिक्रिया करता है।
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तो दोस्तों उम्मीद करते है की इस लेख में साझा की हुई जानकारी आपको समझ आई होगी।