GDP Full Form In Hindi: देश की अर्थव्यवस्था हर साल बढ़ती और घटती रहती है। इसको जानने के लिए सरकार द्वारा कई सारे योजनाएं और नियम निकाले जाते है। गणना के अनुसार ही हमें देश की गतिविधियों का पता चलता है।
उनमें से ही एक है जीडीपी जो देश के लिए बहुत जरूरी है। जीडीपी का नाम तो हर किसी ने सुना होगा पर इसके बारे में हर किसीको पता नहीं होता। इस आर्टिकल की मदद से हम आपको जीडीपी का फुल फॉर्म क्या होता है? और full form of GDP in Hindi इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी देंगे।
GDP Full Form In Hindi
GDP का फुल फॉर्म Gross domestic product होता है और इसका GDP full form in Hindi सकल घरेलू उत्पाद होता है।
देश की जीडीपी की अर्थव्यवस्था को जानने के लिए बहुत ही अच्छा रास्ता है। जैसे कि अगर जीडीपी में वृद्धि हो रही है तो देश की अर्थव्यवस्था अच्छी चल रही है और अगर इसमें गिरावट देखी गई है तो देश की अर्थव्यवस्था खराब चल रही होती है।
GDP Kya Hai
साल भर में देश के सभी सामानों और सेवाओं के उत्पाद की वैल्यू को ही जीडीपी कहा जाता है। इससे देश के कुल उत्पाद का पता चलता है। जीडीपी देश के उद्योग, कृषि और व्यवसाय सभी पर निर्भर होती है।
इनकी गतिविधियों से ही देश की अर्थवयवस्था में सुधार आदि देखे जाते है। एक साल के अंतराल में gross domestic product की गणना की जाती है और आर्थिक व्यवस्था को समझा जाता है।चलिए आपको जीडीपी के इतिहास के पहले पन्ने पर लेके चलते है।
जीडीपी शब्द का प्रयोग पहली बार सन् 1935- 44 के समय किया गया। देश की अर्थवयवस्था को समझने के लिए एक ठोस माध्यम की जरूरत थी, इस विषय पर अमेरिका में मीटिंग भी रखी गई।
तब अमेरिका के एक अर्थशास्त्री ने जीडीपी शब्द का प्रयोग किया और इसको देश की अर्थव्यवस्था के साथ जोड़ा। सबकी सहमति के साथ IMF द्वारा भी ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट को स्वीकार गया और ऐसे ही दूसरे देश में भी जीडीपी लागू किया जाने लगा।
जीडीपी की गणना कैसे की जाती है?
जीडीपी की गणना के लिए फॉर्मूला बनाया गया है जिससे देश की जीडीपी निकाली जाती है।
जीडीपी = निजी खपत + सकल निवेश + सरकारी निवेश + सरकारी खर्च + (निर्यात-आयात)
इसे निकालने के बाद वास्तविक जीडीपी के साथ अवास्तविक जीडीपी को विभाजित कर 100 से गुना करके देश के सकल घरेलू उत्पाद को पता कर लिया जाता है।
GDP के घटक क्या हैं?
जीडीपी की गणना हर साल की जाती है और भारत में तो इसकी गणना तीन महीने में एक बार की जाती है। और जीडीपी की गणना के लिए उसके घटक का होना बहुत जरूरी है। जीडीपी के मुख्य 4 घटक है। जैसे –
- कंजम्पशन एक्सपेंडिचर
- गवर्नमेंट एक्सपेंडिचर
- इनवेस्टमेंट एक्सपेंडिचर
- नेट एक्सपोर्ट्स
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GDP क्यों महत्वपूर्ण है?
जीडीपी आम जनता और सरकार दोनों के लिए ही महत्व पूर्ण होती है। क्युकी जीडीपी की गणना के अनुसार जब देश की आर्थिक गतिविधयों के बारे में पता चलता है तो उससे सरकार को भी देश को चलाने के लिए मजबूती मिलती है। अगर जीडीपी बढ़ती हुई नजर आती है तो देश की अर्थव्यवस्था का स्तर जमीनी स्तर पर बढ़ जाता है जिससे देश के विकास के प्रति सरकार कार्य कर पाती है।
और अगर देश की जीडीपी गिरती हुई नजर आए तो देश की अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए सरकार उद्योगों में पैसा निवेश करती है जिससे वह अपने कारोबार को बढ़ा कर देश की आर्थिक विकास को बढ़ा पाए।
GDP की कमियां क्या हैं?
जीडीपी में देश के सभी पैसों को नहीं जोड़ा जाता जैसे अवैध पैसे, पर्यावरण और सेहत आदि से जुड़े आर्थिक विकास को जीडीपी में लागू नहीं किया जाता। इससे देश के कुछ पैसे दबे रह जाते है।
निष्कर्ष :-
जीडीपी हर देश के लिए बहुत जरूरी है इससे देश के आर्थिक व्यवस्था के बारे में जानकारी मिलती है। सरकार को भी इससे काफी मदद मिलती है। इस आर्टिकल में हमने आपको GDP full form in Hindi से लेकर इसकी पूरी जानकारी दी है। जीडीपी के बारे में अगर किसको पता ना हो तो वह यह आर्टिकल की मदद से समझ सकते हैं।
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