दोस्तों क्या जानते है की इलेक्ट्रॉनिक डायरी क्या है और इलेक्ट्रॉनिक डायरी का आविष्कार किसने किया था अगर नहीं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े।
इलेक्ट्रॉनिक डायरी क्या है?
इलेक्ट्रॉनिक डायरी एक ऐसा सॉफ्टवेयर है, जिसका उपयोग डिजिटल रूप से डायरी लिखने के लिए किया जाता है। इस इलेक्ट्रॉनिक डायरी का इस्तेमाल दुनिया के किसी भी कोने से कहीं भी और कभी भी केवल इंटरनेट के मदद से कर सकते हैं। और सबसे अच्छी बात यह है कि इलेक्ट्रॉनिक डायरी में किसी भी तरह की सीमा नहीं होती है, इसकी मदद से जितना मन चाहे उतना लिख सकते हैं।
इलेक्ट्रॉनिक डायरी का इस्तेमाल ना केवल डायरी लिखने में बल्कि बिजनेस ट्रांजैक्शन, इवेंट्स, नए-नए आईडिया और किसी भी तरह के विषय के बारे में लिखने के लिए किया जा सकता हैं। आप इस इलेक्ट्रॉनिक डायरी का का उपयोग मोबाइल फोन, लैपटॉप या कंप्यूटर के माध्यम से कर सकते हैं।
इलेक्ट्रॉनिक डायरी का आविष्कार किसने किया (Who invented the electronic diary)
इलेक्ट्रॉनिक डायरी का आविष्कार सैम पित्रोदा द्वारा सन 1975 में गति कंपनी में काम करते वक्त किया था। सैम पित्रोदा एक भारतीय हैं, जिन्होंने पारंपरिक डायरी को बदलकर इलेक्ट्रॉनिक डायरी का आविष्कार किया।
सैम पित्रोदा का पूरा नाम सत्यम पित्रोदा है। इन्हें दूरसंचार क्रांति का जनक भी माना जाता है। और इन्हें भारत में सूचना व क्रांति लाने वाले महान व्यक्तियों में से एक माना जाता है।
इलेक्ट्रॉनिक डायरी का क्या महत्व है?
इलेक्ट्रॉनिक डायरी के निम्नलिखित महत्व है-
- डिजिटल डायरी पारंपरिक पेपर डायरी की तुलना में अधिक कार्यात्मक और कुशल होता है।
- नॉर्मल डायरी के विपरीत, इलेक्ट्रॉनिक डायरी एक गैजेट है, जोकि फाइल को बनाने सेव करने में मदद करता है।
- डिजिटल डायरी किसी भी डाटा को लंबे समय तक स्टोर करने में भी मदद करता है, जिसे भविष्य में उपयोग में लाया जा सकता है।
- इलेक्ट्रॉनिक डायरी पारंपरिक डायरी कि तुलना में कई सारे फिचर्स प्रदान करता है, इत्यादि।
इन्हीं सभी फिचर्स के कारण इलेक्ट्रॉनिक डायरी कि महत्वता काफी अधिक है।
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