विटामिन की खोज | विटामिन कितने प्रकार के होते है | Vitamin ki khoj kisne ki
हम सभी को पता है हमारे शरीर के लिए विटामिन कितने जरूरी है इसलिए भोजन में हम वो सब खाना खाते है जिसमें विटामिन कि भरपूर मात्रा होती है परन्तु क्या आपको पता है विटामिन क्या होता है और विटामिन की खोज किसने की थी अगर नहीं तो चलिए आपको इस लेख में विटामिन के बारे में सम्पूर्ण जानकरी देते है।
विटामिन क्या है?
विटामिन एक प्रकार का पोषण तत्व या अवयव होता है जो मानव शरीर के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है इसकी कमी से अनेक प्रकार की बीमारियां व्यक्ति के शरीर में उत्पन्न होने लगती है। रसायन शास्त्र के मुताबिक विटामिन एक कार्बनिक यौगिक पदार्थ होता है जो व्यक्ति के अंदर पर्याप्त रूप में ना होने से कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
विटामिन की खोज किसने की थी? (Vitamin ki khoj kisne ki)
विटामिन की खोज एक बायोकेमिस्ट द्वारा सन् 1912 में की गई थी जिनका नाम कसिमिर फंक था। इन्हे ही विटामिन का खोजकर्ता कहा जाता है। कई सारे रिसर्चों के बाद इन्होंने इस तत्व पर ध्यान दिया कि यह मानव शरीर के साथ साथ सभी जीव के लिए बहुत जरूरी है।
और विटामिन से कई सारे बीमारियों से बचाव होता है। विटामिन की कमी को पूरा करने के लिए कई सारे हरे भरे खाद्य पदार्थ खाने चाहिए जो शरीर के लिए फायदेमंद हो। इसके अलावा विटामिन को पूरा करने के लिए बहुत से सिरप और दवाइयां भी है जो विटामिन कि कमी को पूरा करती है।
विटामिन शब्द का नाम कैसे पड़ा?
कसिमिर फंक ने इस तत्व के समूह को देख कर इसका नाम वाइटल एमाइंस नाम दिया, जिसमे वाइटल का अर्थ जरूरी या महत्वपूर्ण होता है और अमाइन का अर्थ रसायनिक विज्ञान में कार्बोनिक के समूह को कहा जाता है।इस प्रकार इसका नाम वाइटल एमाइंस रखा गया परंतु उसके बाद इसको छोटा करके विटामिन्स कहा जाने लगा ,कुछ समय बाद बदलते समय के हिसाब से इसे सिर्फ विटामिन ही कहते है। इस प्रकार अमाइन के यौगिक और विटा शब्द से इसका नाम रखा गया ।
विटामिन कितने प्रकार के होते है? (Vitamin Kitne Prakar Ke Hote Hain)
वैसे तो विटामिन 13 प्रकार के होते है जिनके नाम निम्न लिखित है :-
- रेटिनॉल (विटामिन ए)
- थायमिन (विटामिन बी1)
- राइबोफ्लेविन (विटामिन बी2)
- नियासिन (विटामिन बी3)
- पैंटोथेनिक एसिड (विटामिन बी5)
- पाइरिडोक्सीन (विटामिन बी6)
- बायोटिन (विटामिन बी7)
- फोलेट या फोलिक एसिड (विटामिन बी9)
- स्यानोकोबलामीन (विटामिन बी12)
- एसकोर्बिक एसिड (विटामिन सी)
- कैल्सिफेरॉल (विटामिन डी)
- टोकोफेरोल (विटामिन ई)
- फिलोक्विनोन (विटामिन के)
परन्तु मुख रूप से विटामिन के दो प्रकार होते है फैट में घुलनशील विटामिन और पानी में घुलशील विटामिन:-
फैट में घुलनशील विटामिन:- यह विटामिन शरीर के वसायुक्त जगह पर जाकर जमा होता है इससे शरीर के वसा में विटामिन का समूह पाया जाता है। मुख रूप से इसमें विटामिन ए, डी , ई और के मौजूद होते है।
पानी में घुलशील विटामिन :- यह विटामिन पानी में घुलनशील होती है अर्थात शरीर में पानी में होने से यह पेशाब के माध्यम से शरीर से बाहर होती रहती है और किडनी व लीवर में इसकी जरूरत आवश्य पाया जाता है।
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