दोस्तों क्या आप जानते है की ट्रांजिस्टर का आविष्कार किसने किया था अगर नहीं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े यहां हम आपको ट्रांजिस्टर के बारे में विस्तार से जानकारी देने वाले है।
ट्रांजिस्टर क्या होता है ?
ट्रांजिस्टर एक प्रकार का अर्थ चालक यंत्र होता है जिसे हम इंग्लिश में सेमीकंडक्टर डिवाइस कहते हैं। यह करंट के फ्लो को कंट्रोल करने का कार्य करता है। ट्रांसिस्टर मुख्य रूप से एक सेमीकंडक्टर पदार्थ से ही बना होता है जिसके तीन टर्मिनल होते है जो एक दूसरे से सर्किट के तरह जुड़े होते है। ट्रांसिस्टर को इलेक्ट्रॉनिक स्विच के रूप में उपयोग किया जाता है।
Transistor Ki Khoj Kisne Ki (ट्रांजिस्टर का आविष्कार किसने किया)
जैसा कि हम सभी को पता है एक वैज्ञानिक खोज के पीछे एक से अधिक लोगों का हाथ होता है उसी प्रकार ट्रांजिस्टर का आविष्कार तीन वैज्ञानिकों द्वारा हुआ था जिनका नाम William shockley, John bardeen, Walter Brattain था। इस आविष्कार में मुख्य विलियम शॉक्ली के कथन अनुसार जॉन वार्डइन और वाल्टर ब्रत्तैन ने कार्य किया था,तब जाकर सेमीकंडक्टर डिवाइस ट्रांजिस्टर का आविष्कार हुआ था।
ट्रांजिस्टर का आविष्कार कब हुआ
ट्रांजिस्टर का आविष्कार 1947 दिसंबर में बेल लैबोरेटरी में किया गया था। इसके आविष्कार के पहले वैक्यूम ट्यूब का इस्तेमाल ट्रांजिस्टर के स्थान में करते थे पर वैक्यूम ट्यूब बहुत जल्दी खराब हो जाता है और इसका साइज़ भी बड़ा होता है परंतु ट्रांजिस्टर के आविष्कार के बाद आज भी इसका उपयोग बड़ी आसानी से और सुरक्षित किया जाता है।
ट्रांजिस्टर का मुख्य कार्य क्या होता है?
एक ट्रांसिस्टर का मुख्य कार्य इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल को स्विच करना या एंप्लीफाई करना होता है या दूसरे शब्दों में हमें ऐसा कह सकते हैं यह विद्युत को नियंत्रित करता है।हम तो अभी देखा जाए तो यह डिवाइस बहुत ही छोटा दिखता है परंतु इस डिवाइस का उपयोग बड़े-बड़े इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में होता है।
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