दोस्तों रेबीज के बहुत खरतनाक बीमारी है इसलिए इसका समय पर इलाज होना जरूरी है, लेकिन क्या आपको पता है की रेबीज के टीके की खोज किसने की थी और रेबीज के लक्षण क्या होते है, अगर नहीं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े, यहां हम रेबीज के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देंगे।
रेबीज क्या है? (Rabies Kya Hai)
रेबीज एक ऐसी संक्रमित बीमारी है जो कि रेबीज नामक विषाणु के कारण होती है। यह बीमारी मुख्य रूप से पशुओं द्वारा इंसानों में संक्रमित होती है। यदि रेबीज के बीमारी का समय पर इलाज ना करवाया जाए तो यह बीमारी जानलेवा साबित भी हो सकता है। मनुष्य में इस बीमारी के लक्षण लगभग 1 से 3 महीने बाद नजर आते हैं।
रेबीज के टीके की खोज किसने की? (Rabies Ke Tike Ki Khoj Kisne Ki)
रेबीज के टीके की खोज फ्रांस के वैज्ञानिक लुइ पास्चर और इमाइल रोउक्स द्वारा किया गया था। लेकिन इसका इस्तमाल पहली बार तब हुआ जब 9 साल के बच्चे को पागल कुत्ते ने काटा था, तब पहली बार रेबीज के टीके का इस्तेमाल किया गया था।
रेबीज के टीके की खोज कब हुई?
रेबीज के टीके की खोज फ्रांसीसी वैज्ञानिक लुई पास्चर और इमाइल रोउक्स द्वारा सन 1885 में किया गया था। और इस टीके का इस्तेमाल सबसे पहले 6 जुलाई 1885 में एक छोटे बच्चे के ऊपर किया गया था। उसके बाद रेबीज के टीके का इस्तेमाल किया जाने लगा, ताकि रेबीज बीमारी के कारण किसी भी व्यक्ति की मौत ना हो।
रेबीज के टीके के फायदे
रेबीज के टीके के कारण रेबीज से होने वाली खतरनाक बीमारी से बचने में मदद करता है। रेबीज का टीका शरीर में एंटीबॉडी बनाकर इम्यूनिटी को स्ट्रांग बनाता है, जोकि वायरस से होने वाले इन्फेक्शन से सुरक्षा देता है। रेबीज बीमारी होने के बाद भी टीकाकरण करवाने पर इस बीमारी से बचा जा सकता है।
रेबीज के टीके के नुकसान
रेबीज के टीके के कारण रेबीज जैसी खतरनाक बीमारी से बचने में मदद तो मिलती ही है, परंतु इसके साथ ही साथ इसके कुछ साइड इफेक्ट देखने को भी मिलते हैं जैसे कि- बॉडी पेन, जोड़ों का दर्द, इंजेक्शन वाली जगह पर सूजन होना, लाल निशान पड़ना, लिम्फ नोड्स में सूजन होना, इत्यादि।
रेबीज के टीके की कीमत
आज के समय में लगने वाले सभी टैक्स को शामिल करके रेबीज के टीके की कीमत लगभग 325.58 रुपए है।
रेबीज के लक्षण
रेबीज के बीमारी होने पर मनुष्य में निम्नलिखित लक्षण देखने को मिलते हैं, जैसे कि-
- सिर दर्द
- बुखार
- थकावट
- मांसपेशियों में जकड़न
- आलस्य पन
- अनिद्रा
- चिड़-चिड़ापन
- शरीर का कमजोर होना
- लकवा होना
- बोलने में तकलीफ होना
- तेज रोशनी और आवाज से परेशानी होना
- लार व आंसुओं का अपने आप बहना
- व्याकुल होना
- पूरे शरीर में दर्द होना
- मानसिक बीमारी उत्पन्न होना
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तो दोस्तों उम्मीद करते है की रेबीज से जुडी सम्पूर्ण और सटीक जानकारी आपको इस लेख में प्राप्त हुई होगी।