चेचक के टिके की खोज किसने की थी ?

दोस्तों अपने चेचक नाम बहुत बार सुना होगा लेकिन क्या आपको पता है की चेचक के टिके की खोज किसने की थी, अगर नहीं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े, यहां हम चेचक के बारे में जानकारी साझा करेंगे।

चेचक क्या है ?

चेचक एक विषाणु रोग है, जिसे शीतला, बड़ी माता, स्मॉल पॉक्स, चिकन पॉक्स, इत्यादि नामों से जाना जाता है। यह आमतौर पर एक संक्रमित बीमारी है जो कि व्हेरोला प्रमुख और व्हेरोला नाबालिग नमक वायरस के कारण होती है।

यह दिखने में स्पॉटेड या पिंपल की तरह होता है। चेचक को इंग्लिश में पॉक्स या लाल प्लेग के नाम से जाना जाता है। यह मनुष्य द्वारा ज्ञात सबसे जानलेवा बीमारी में से एक है। चेचक अधिक गंभीर बीमारी उत्पन्न करता है, जिसके कारण काफी लोगों की मृत्यु भी हो जाती है।

चेचक की खोज किसने की थी ?

चेचक की खोज एडवर्ड जेनर द्वारा सन 1796 में किया गया था। सन 1796 में सबसे पहले चेचक के बारे में एडवर्ड जेनर ने पता लगाया था।

उसके पश्चात उन्होंने इस बीमारी को कम करने के लिए इससे जुड़े हुए कुछ टीकाकरण की भी खोज की थी। जिसके बाद से लोगों को इस जानलेवा बीमारी से काफी ज्यादा राहत मिली थी।

चेचक के टिके की खोज किसने की थी ? (Chechak Ke Tike Ki Khoj Kisne Ki The)

1796 में चेचक की खोज करने के बाद एडवर्ड जेनर द्वारा चेचक के टीके का भी आविष्कार किया गया था। एडवर्ड जेनर ने देखा कि काउपॉक्स के फोड़ो से निकले पदार्थ के संपर्क में आने से चेचक जैसी खतरनाक बीमारी से सुरक्षा मिल सकती है।

जिसके बाद से इन्होंने दुनिया भर में चेचक के टीके करण का निर्माण किया। एडवर्ड जेनर एक अंग्रेज कायचिकित्सक और चेचक के टीके के आविष्कारक है। इन्हें ‘इम्यूनोलॉजी का पिता’ भी कहा जाता है। और इनके द्वारा किए गए काम को’ किसी दूसरे व्यक्ति के काम से दादा जिंदगी बचाने वाला काम’ कहा जाता है।

सबसे पहले इंजेक्शन का आविष्कार किसने किया था?

चेचक दुनिया की पहली ऐसी बीमारी थी जिसे ठीक करने के लिए दुनिया के पहले वैक्सीन (इंजेक्शन) की खोज हुई थी। और इस इंजेक्शन का आविष्कार एडवर्ड जेनर द्वारा सन 1796 में किया गया था। इस इंजेक्शन की खोज के बाद चेचक जैसे कई और अन्य खतरनाक बीमारियों से राहत मिला था।

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दोस्तों उम्मीद करते ही की चेचक क्या है और चेचक के टिके की खोज के बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिल गई होगी।

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