गिलोय घनवटी के फायदे और नुकसान के बारे में: भारतीय संस्कृति और भारतीय समाज में आयुर्वेद का प्राचीन काल से ही बहुत महत्व रहा है, अतीत में ऐसे ही बहुत से उदाहरण देखने को मिलते है जिससे आयुर्वेद का महत्व पता चलता है।
लेकिन पिछले कुछ सालों में आयुर्वेद को क्रांतिकारी स्तर पर लोगो के बीच ख्याति मिली है जिससे इसकी उपयोगिता तेजी से बढ़ी है। आज हम इसी सम्बन्ध में एक ऐसी औसधि के विषय मे जानेंगे जिसका आयुर्वेद में बड़ा महत्व है। ये है गिलोय घनवटी, हम जानेंगे कि गिलोय घनवटी के फायदे क्या है और गिलोय घनवटी के नुकसान क्या हो सकते है। चलिए जानते है।
गिलोय घनवटी क्या है।
गिलोय जिसे सइंटफिक भाषा मे टीनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया कहा जाता है, ये जंगलों में पाई जाने वाली एक प्रकार की बेल है जिसका प्राचीन काल से ही एक आयुर्वेदिक औषधि के रूप में महत्व रहा है। सामान्यतः ज्यादातर लोग गिलोय का प्रयोग रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाने के लिए करते है लेकिन इसका प्रयोग अन्य रोगों के लिए भी किया जाता है जिसके बारे में हम आगे विस्तार से बताने वाले है।
गिलोय के फायदे को देखते हुए अब इसका उपयोग व्यापक स्तर पर देखा जा सकता है, आजकल इसे घरों में भी उगाया किया जाने लगा है। गिलोय को गुडूची (गुडुची), अमृता आदि नामों से भी जाना जाता है। यदि आयुर्वेद की माने तो गिलोय की बेलो में ऐसे गुण समाहित होते है जिससे अगर ये किसी पेड़ पर चढ़ती है तो उसके गुणों को भी अपने अंदर समाहित कर लेती है।
गिलोय घनवटी के फायदे (Giloy ghanvati ke fayde)
जैसे कि ऊपर आपने पढ़ा गिलोय का प्रयोग ज्यादातर लोग रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने के लिए करते है लेकिन इसकी उपयोगिता इससे भी बढ़कर है। गिलोय घनवटी ऐसी कई गंभीर बीमारियों में राहत प्रदान करती है जो जानलेवा हो सकती है। गिलोय घन वटी के विभिन्न फायदों(Giloy ghanvati ke fayde) को निम्नलिखित बताया गया है-
- डेंगू से बचाता है गिलोय
दोस्तों मच्छरों के कारण फैलने वाले डेंगू बुखार से भारत मे हर साल हजारों लोगों की मौत हो जाती है। ऐसे में गिलोय डेंगू से स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि गिलोय के अंदर एक विशेष प्रकार का गुण होता है जोकि बुखार को दूर करने में काफी उपयोगी होता है।
- आंखों के लिए फायदेमंद है गिलोय
यदि आप ऐसे व्यक्ति है जिनका ज्यादातर काम लैपटॉप या स्क्रीन के सामने बैठकर करना होता है ऐसे में आपके लिए गिलोय का उपयोग करना काफ़ी फायदेमंद रहेगा। गिलोय के रस को आंखों में लगाने पर यह बेहद चमत्कारी साबित होता है।
- प्रतिरक्षा प्रणाली को करता है मजबूत
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए रोग प्रतिरोधक शक्ति को मजबूत होना बेहद जरूरी है। इम्युनिटी को मजबूत करने के लिए आप गिलोय की एक गोली ले सकते है या घर पर लगी गिलोय की बेल का उपयोग कर सकते है।
- मोटापे को रोकता है गिलोय
यदि आप ऐसे व्यक्ति है जो मोटापा से पीड़ित है और मोटापे को कम करना चाहते है तो गिलोय का उपयोग कर सकते है।गिलोय में ऐसे कई गुण होते है जो आपके मेटाबोलिस्म को नियंत्रण में रखते है। जिसकी वजह से आपका वजन भी काफी नियंत्रण में रहता है।
- बवासीर में है फायदेमंद
बवासीर जो कि बेहद कष्टदायक बीमारी है गिलोय इससे भी निजात दिलाने में काफी सहायक होता है। हरड़, गिलोय और धनिये को गरम पानी मे उबालकर इसके अंदर गुड़ मिलाकर सेवन करने से बवासीर से राहत मिलती है।
गिलोय घनवटी के नुकसान
गिलोय घनवटी के फायदों के साथ कुछ नुकसान भी इसके साथ आते है जो निम्लिखित है-
- गिलोय घनवटी इम्युनिटी को बढ़ाने में काफी मददगार होता है लेकिन कई बार इम्युनिटी इतनी ज्यादा बढ़ जाती है जिसकी वजह से ऑटो इम्यून बीमारियां हो जाती है।
- गिलोय ब्लड प्रेशर को कम करने का काम करता है इसलिए जिन्हें पहले से ही निम्न रक्तचाप की समस्या हो वो गिलोय से परहेज करें।
- गर्भवती महिलाओं के लिए गिलोय को नुकसानदायक माना जाता है लेकिन इसके कोई प्रमाण नही है। फिर भी बिना डॉक्टर की सलाह गर्भवस्था के दौरान गिलोय से परहेज करें।
गिलोय घनवटी का सेवन कैसे करे?
Giloy Ke Fayde तो बहुत है लेकिन इसके सभी फायदे लेने के लिए आपको गिलोय घनवटी का सही तरिके से सेवन करना होगा। गिलोय घनवटी (1 या 2 गोली) दिन में दो बार भोजन के बाद पानी से लें या रात को सोते समय दूध से भी ले सकते है।
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दोस्तों इस लेख में हमने गिलोय घनवटी के फायदे, नुकसान और सेवन करने के तरिके के बारे में विस्तार से जाना, अब हमे उम्मीद है की इस लेख में साझा की हुई जानकारी आपको पसंद आई होगी।