दोस्तों क्या आप जानते है की क्लोरोफॉर्म का आविष्कार किसने किया और लोग इसको सूंघने से बेहोश क्यों हो जाते हैं अगर नहीं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े क्योकि यहां हमने क्लोरोफॉर्म के बारे में सम्पूर्ण जानकारी साझा की है।
क्लोरोफॉर्म क्या होता है?
क्लोरोफॉर्म एक रासायनिक पदार्थ होता है। क्लोरोफॉर्म को रासायनिक शब्दों में मिथायिल ट्राइक्लोराइड कहते है जिसका सूत्र CHCl3 है। यह एक प्रकार का अनेथेसिया होता है। इसका इस्तेमाल चिकित्सा क्षेत्र में मरीजों को मूर्छित करने के लिए किया जाता है।
यह रंगहीन पदार्थ होता है, इसका स्वाद हल्का मीठा और गंध इथर सामान होता है। क्लोरोफॉर्म का इस्तेमाल हर किसी को नहीं करना चाहिए। इसके बारे में जानकारी होने के बाद और डॉक्टर की सलाह से ही इसका उपयोग करें।
क्लोरोफॉर्म का आविष्कार किसने किया था?
क्लोरोफॉर्म का आविष्कार फिजिशियन सैम्युअल गूथरी ने किया था, यह एक अमेरिका के वैज्ञानिक थे। इनके बाद जेम्स नेग ने भी क्लोरोफॉर्म का आविष्कार किया था, इसलिए क्लोरोफॉर्म के आविष्कार में आपको इनका नाम भी देखने मिलेगा। परंतु सर्वप्रथम क्लोरोफॉर्म सैम्युअल गूथरी द्वारा है बनाया गया।इसके आविष्कार से चिकित्सा जगत में क्लोरोफॉर्म बहुत सहायक बना।
क्लोरोफॉर्म का आविष्कार कब हुआ था?
क्लोरोफॉर्म का आविष्कार सन् 1831 में हुआ था। आविष्कार से पहले अगर डॉक्टर को मरीजों का इलाज करने के लिए शरीर के किसी हिस्से को काटना पड़ता था तो मरीज को रोगों से दुगना दर्द सहन करना पड़ता था। इस कारण से इलाज करना असम्भव सा था, पर क्लोरोफॉर्म की मदद से ऑपरेशन भी अब आसानी से बिना किसी मरीज को दर्द दिए हो जाता है।
क्लोरोफॉर्म क्या काम करता है?
क्लोरोफॉर्म व्यक्ति को बेहोश करने का काम करता है। ऑपरेशन करते वक़्त चिकित्सको द्वारा मरीजों को दिया जाता है और कुछ समय के लिए बेहोश कर दिया जाता है। क्लोरोफॉर्म का उपयोग अलग अलग रसायनिक पदार्थ और साबुन जैसे तत्व बनाने के लिए भी किया जाता है।
वैसे तो क्लोरोफॉर्म आपको किसी भी चिकित्सक स्टोर में मिल जाएगा पर इसका उपयोग बिना डॉक्टर की सलाह दी नहीं करना चाहिए क्योंकि इसका दुष्परिणाम भी आपके सामने आ सकता है। हालांकि इसका असर कुछ समय के लिए ही रहता है पर फिर भी यह आपके शरीर पर गलत प्रभाव दे सकता है।
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