अर्थशास्त्र क्या है इसके बारे में पूरी जानकारी | Economics in Hindi

आज के डिजिटल युग में आर्थिक समस्या को समझना काफी कठिन हो गया हैं। जो लोग अर्थशास्त्र का अध्ययन कर लेते है या फिर करने लगते हैं तो उनको इस समस्या से छुटकारा मिल जाता हैं। Economics की बात करे तो यह एक Latin भाषा का शब्द हैं, जिसके दो अर्थ होते है पहला Latin भाषा के अनुसार गृह प्रबंध और दूसरा हिंदी के अनुसार अर्थ शास्त्र। 

What Is Economics In Hindi

आज के इस लेख में हम आपको अर्थशास्त्र क्या है (Economics in hindi) और अर्थशास्त्र का महत्व क्या है इसके बारे में सारी जानकारी देंगे। 

What Is Economics In Hindi (अर्थशास्त्र क्या है)

अर्थशास्त्र का हिंदी में अर्थ धन का शास्त्र होता हैं। अर्थशास्त्र के जन्म दाता के रूप में एड्स स्मिथ को माना जाता हैं। इन्होंने अपनी पुस्तक राष्ट्र के धन के स्वरूप की खोज में अर्थशास्त्र के बारे में सारी जानकारी दी हैं। इन्होंने ही सबसे पहले अर्थशास्त्र के क्रमबद्ध और वैज्ञानिक अध्ययन के बारे में जानकारी दी थी। 

अर्थशास्त्र की परिभाषा अलग अलग विद्वानों ने अलग-अलग दी है। अर्थशास्त्र एक ऐसा विषय है जो समय के आधार पर बदलता रहता हैं। इस कारण से आज तक एक भी विद्वान के मत एक नही हो सके हैं। काफी लोगों का मानना है की अर्थशास्त्र की परिभाषा देना महत्वपूर्ण नहीं हैं। 

अर्थशास्त्र के प्रमुख बिंदु क्या है?

  • आर्थिक संकेतक (Economic Indicators)
  • आर्थिक प्रणाली के प्रकार (Economic Systems)
  • अर्थव्यवस्थाओं के प्रकार (Types Of Economy)
  •  अर्थशास्त्र के प्रकार (Types of economics in Hindi)

चलिए अब अर्थशास्त्र के प्रकार के बारे में विस्तार से जानते है।

Types of economics in Hindi (अर्थशास्त्र के प्रकार)

Types of Economics in Hindi

अर्थशास्त्र को हिंदी के अनुसार दो भागों में बाटा गया हैं। जिसमे व्यष्टि अर्थशास्त्र, समष्टि अर्थशास्त्र। 

#1. व्यष्टि अर्थशास्त्र (Microeconomics)

हिंदी में व्यष्टि अर्थशास्त्र को सुक्ष्म अर्थशास्त्र के रूप में जाना जाता हैं। जिसको आपको वास्तविक अर्थ के बारे में जानकारी प्रदान की जाती हैं। सभी अकेले मनुष्य जो निर्णय स्वयं लेते है इस व्यष्टि अर्थशास्त्र के एक भाग हैं।

#2. समष्टि अर्थशास्त्र (Macroeconomics)

इसका अर्थ होता है बहुत बड़ा। छोटी अर्थशास्त्र की तुलना में यहां पर आपको एक देश की अर्थव्यवस्था से बड़ी होती हैं। इसको एक उदाहरण के तौर पर आसानी से समझ सकते हैं। 

आप सभी लोगों को पता है की प्रत्येक देश की सरकार अपने देश का प्रतिनिधत्व करती हैं। क्योंकि सरकार के द्वारा लिए गए निर्णय पूरे देश की समस्या का समाधान करने के लिए होते हैं। जब सरकार कोई वस्तुओं पर Tax लगाती हैं तो वह जनता की समस्या को हल करने के लिए होती हैं। 

जब inflation होता है तो यह किसी वस्तु की कीमत तो बढ़ाती ही है साथ ही में किसी एक व्यक्ति को प्रभावित नहीं करती हैं। इससे सारी अर्थव्यवस्था का नुकसान होता हैं।

इस व्यवस्था को नियंत्रित करना समष्टि अर्थशास्त्र के तहत आता हैं। इस अर्थव्यवस्था के तहत बेरोजगारी, आर्थिक संगव्रधि, इसी समष्टि अर्थशास्त्र में आते हैं। समष्टि अर्थशास्त्र के तहत आने वाले कुछ महत्वपूर्ण बिन्दु। 

  • सरकारी बजट 
  • राष्ट्रीय आय 
  • रोजगार 
  • निमय दर और भुगतान राशि 
  • राजकोषीय नीति

अर्थशास्त्र के जनक 

अर्थशास्त्र के जनक 
अर्थशास्त्र के जन्म दाता

अर्थशास्त्र के जन्म दाता के रूप में एडम स्मिथ को माना जाता हैं। सबसे पहले एडम ने ही अर्थशास्त्र के बार में लोगों को जानकारी दी थीं। इसके बाद इन्होंने अपनी पुस्तक राष्ट्र के धन के स्वरूप और कारण की खोज को लिखा था। अपनी इस पुस्तक में उन्होंने अर्थशास्त्र को एक क्रमबद्ध तरीके से बताया हैं।

अर्थशास्त्र के बारे में एडम स्मिथ की परिभाषा: राष्ट्र की संपत्ति की प्रकृति और कारणों की जांच। 

लेकिन उस समय इस पुस्तक को राज्य अर्थव्यवस्था के नाम से जाना जाता था। वर्ष 1890 में मार्शल ने अपनी एक पुस्तक जिसका नाम Principal Of Economics में राज्य अर्थ व्यवस्था का नाम बदलकर अर्थ शास्त्र कर दिया था। इसके बाद सभी अर्थ शास्त्र के बारे में जानकारी रखने वाले लोगों में भी इसको अर्थशास्त्र के नाम से ही स्वीकार किया।

Why Is Economics Important In Hindi?

हिंदी में अर्थ शास्त्र (Economics Hindi) का काफी योगदान रहा हैं, भारत में अर्थशास्त्र का जन्म करीब 2300 ईसा पूर्व में हुआ था। अर्थशास्त्र को जाने से लोगों को काफी फायदा हुआ हैं, लेकिन सबसे अधिक सरकार को हुआ।

वह अर्थशास्त्र के प्रयोग से लोगों के लिए नई नई नीतियां लागू कर देती है। जिससे देश के लोगों को फायदा और देश का विकास हो सके। देश में सबसे पहले राष्ट्रीय आय का आकलन दादा भाई नौरोजी ने किया था।

अर्थशास्त्र का महत्व

  • आर्थिक संकट से निपटने के लिए जरूरी
  • सतत विकास के लिए जरूरी
  • कच्चे माल की कमी से निपटने के लिए जरूरी
  • रोजमर्रा की जिंदगी में अर्थशास्त्र बहुत जरूरी

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दोस्तों आज के इस Post में हमने आपको इकोनॉमिक्स इन हिंदी(Economic Kya Hai) के बारे में सारी जानकारी दी हैं। जिसमे हिंदी में आपको अर्थ शास्त्र के बारे में भी बताया हैं। जिससे लोग आसानी से अर्थ शास्त्र का अध्ययन कर सके।

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