दोस्तों क्या आपको पता है की सिलाई मशीन का आविष्कार किसने किया था, अगर नहीं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े।
- Silai Machine Ka Avishkar Kisne Kiya (सिलाई मशीन का आविष्कार किसने किया था)
- Duniya Ki Pahli Silai Machine Ka Aavishkar Kisne Kiya Tha
- Kis Yug Mein Silai Machine Ka Avishkar Hua Tha
- हाथ वाली सिलाई मशीन का आविष्कार किसने किया था?
- सिलाई मशीन के प्रकार
- सिलाई मशीन में सुई की गति
- पैर वाली सिलाई मशीन कितने की आती है?
- हाथ वाली सिलाई मशीन कितने की आती है?
Silai Machine Ka Avishkar Kisne Kiya (सिलाई मशीन का आविष्कार किसने किया था)
सिलाई मशीन के आविष्कार के पीछे 5 व्यक्तियों का योगदान माना जाता है। जिनका नाम वॉटर हंट, अलायस होवे, जोसफ मादास्पगर, बिरथलेमी थीमोनियर और एलन बी विलसन हैं।
इन सभी के आविष्कारों से प्रेरित होकर एक नई सिलाई मशीन का आविष्कार किए गए, जिसे जोसफ मदरस्पर्गर द्वारा बनाया गया है, इन्होंने सन 1814 में किया। इसके अलावा भी इन्होंने स्थान 1841 में बुनाई करने वाली मशीन का भी आविष्कार किया।
Duniya Ki Pahli Silai Machine Ka Aavishkar Kisne Kiya Tha
दुनिया की पहली सिलाई मशीन का आविष्कार अमेरिका के एलायस होवे ने सन 1846 में 10 सितंबर को किया था। एलायस होवे कोई दुनिया सिलाई मशीन के आविष्कारक के रूप में जाना जाता है। आज के समय में जितने भी नए नएलडिज़ाइन के कपड़े निकाल रहे हैं, वह सभी इन्हीं के आविष्कार के देन है।
Kis Yug Mein Silai Machine Ka Avishkar Hua Tha
करीबन 20000 साल पहले सिलाई मशीन की तकनीकी का आविष्कार इंसानों द्वारा किया गया है। करीबन 1790 के दशक में सिलाई मशीन का इतिहास और इसका आविष्कार करने का सही प्रारूप शुरू हुआ। उसके बाद करीबन 1846 में दुनिया के पहले सिलाई मशीन किया गया।
हाथ वाली सिलाई मशीन का आविष्कार किसने किया था?
जोसफ मदरस्पर्गर द्वारा सन 1814 में आज वाली सिलाई मशीन का आविष्कार किया गया था। और बुनाई वाली मशीन का भी निर्माण इनके द्वारा ही किया गया है। इनके इस अद्भुत आविष्कार के कारण इन्हें पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।
सिलाई मशीन के प्रकार
जब सिलाई मशीन का आविष्कार हुआ था उसके बाद सिलाई मशीन में काफी बदलाव कर के नए नए डिजाइन के सिलाई मशीन को बनाया गया। वर्तमान समय में सिलाई मशीन तीन प्रकार के हैं। तो चलिए उनके बारे में जानते हैं –
#1. यांत्रिक सिलाई मशीन: यांत्रिक सिलाई मशीन को हाथ से चलने वाला सिलाई मशीन और पैर से चलने वाले सिलाई मशीन के नाम से भी जाना जाता है। यह बाकी सिलाई मशीन के तुलना में कम खर्चीला और सरल होता है। इन सिलाई मशीन को इस्तेमाल करने में बिजली की खपत नहीं लगती है। इन मशीन को कभी भी और कहीं भी बड़ी ही सरलता के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है।
#2. इलेक्ट्रॉनिक सिलाई मशीन: यांत्रिक सिलाई मशीन की तुलना में इलेक्ट्रॉनिक सिलाई मशीन को काफी ज्यादा सुविधाजनक और विशेषता पूर्ण बनाया गया है। इस सिलाई मशीन का इस्तेमाल बिजली के माध्यम से किया जाता है, जो कि काफी ज्यादा सरल होता है। परंतु सिलाई मशीन का इस्तेमाल करने के लिए अभ्यास की आवश्यकता होती है।
#3. कंप्यूटरीकृत सिलाई मशीन: यह सिलाई मशीन बाकी सिलाई मशीन की तुलना में उपयोग करने के अनुसार बहुत तेज और अच्छा होता है। कंप्यूटरीकृत सिलाई मशीन का उपयोग करने के लिए अलग अलग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाता है। कंप्यूटरीकृत मशीन को मल्टीफंक्शन मशीन के नाम से भी जाना जाता है। परंतु यह बाकी मशीन की तुलना में थोड़ा महंगा होता है।
सिलाई मशीन में सुई की गति
घाट के अनुसार सिलाई मशीन की सुई की दूरी 33.1 सेंटीमीटर होता है। मशीन में लगे पहिए के कारण से मशीन की सुई ऊपर नीचे होता है। तो कहने का मतलब यह है कि मशीन के पहिए के चलाने के अनुसार सुई की गति अलग अलग होता है।
पैर वाली सिलाई मशीन कितने की आती है?
पैर वाली सिलाई मशीन की कीमत पार्टी के अनुसार अलग-अलग होती है, जो कि अभी के समय में करीबन ₹5000 से लेकर के ₹10000 के आसपास है।
हाथ वाली सिलाई मशीन कितने की आती है?
वर्तमान समय में हाथ वाली सिलाई मशीन की कीमत करीबन ₹3000 से लेकर ₹5000 तक की होती है। कीमत के अनुसार सभी सिलाई मशीन की क्वालिटी अलग अलग होती है।
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दोस्तों उम्मीद करते है की सिलाई मशीन की खोज से जुडी सभी जानकारी आपको इस लेख के माध्यम से मिल गई होगी।