शतरंज का आविष्कार किसने किया था?

शतरंज का खेल दुनिया भर में जाना जाता है और यह खेला जाता है I शतरंज का खेल एक मानसिक खेल है, जो दिमाग लगाकर ही जीता जाता है I यह गेम व्यक्ति की मानसिक चेतना को मजबूत करने वाला खेल है I 

दोस्तों क्या आपको पता है की शतरंज का आविष्कार किसने किया था और किस देश में हुआ था अगर नहीं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े।

शतरंज क्या है?

शतरंज का खेल काले और सफेद खानों से मिलकर बना होता है, जिसमे एक बोर्ड पर 64 खाने होते हैं। इसमे आपको 32 खाने सफेद रंग के और 32 खाने काले रंग के मिलते है I एस खेल को दो 2 खिलाड़ी एक दुसरे के सामने बैठकर खेलते है I

इसमे खिलाड़ियों के पास अलग अलग तरह की चाले चलने के लिए राजा, वजीर, दो हाथी, दो घोड़े, दो ऊंट और आठ सैनिक होते हैं। जिनको अलग अलग तरह से इस बोर्ड केउपर चलाया जाता है I

एस खेल को खेलने के लिए किसी तरह को कोई समय सीमा नहीं होती है। अंत में जिस खिलाडी के मोहरे जीतते है वह विजय कहलाता हैI 

शतरंज का आविष्कार किसने किया था?

शतरंज का आविष्कार किसने किया यह अभी तक सही तरह से नही जान पाए है I लेकिन Wilhelm Steinitz को शतरंज के आविष्कारक के रूप में जाना जाता है I

बहुत समय पहले शिहराम नामक एक राजा ने भारत पर शासन किया था, माना जाता है, की उस समय किसी बुद्धिमान व्यक्ति ने राजा को दिखाने के लिए इस खेल का आविष्कार किया था I 

शतरंज का आविष्कार किस देश में हुआ?

Shatranj ka avishkar छटी शताब्दी के आसपास भारत देश में हुआ था, साथ ही आपको बता दे की शतरंज शब्द का आविष्कार भी भारत देश में ही हुआ है I

यह शब्द भारत से फारसी देशों में गया, जहा पर फारसी में बदलकर “शाह” कर दिया गया I उसके बाद इसको पूरी दुनिया में शतरंज के नाम से जानने लगी I 

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शतरंज भारत में कब आया?

शतरंज खेल का कोई पुराना रिकॉर्ड नही है, लेकिन माना जाता है, की शतरंज भारत देश के चतुरंग खेल से विकसित हुआ है I बताया जाता है, की यह खेल 4000 वर्षों से हमारे बीच चला जा रहा है I शतरंज 6 वीं सताब्दी के आसपास भारत में आया है I 

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