अगर आपने रामायण देखी है, तो आप रावण के बारे में जरूर जानते होंगे। रावण के साथ रावण के भाइयों के बारे में भी आप अच्छे से जानते होंगे। लेकिन उसके बाद भी रावण का एक भाई ऐसा भी है, जिसके बारे में आप शायद ही जानते होंगे।
रामायण में उस भाई का रावण के साथ ज्यादा जिक्र तो नहीं है, परंतु धर्म ग्रंथ में खूब वर्णन मिलता है। तो आइए जानते हैं की Ravan Ke Kitne Bhai The और रावण के भाइयों का नाम क्या था।
Ravan Ke Kitne Bhai The (रावण के कितने भाई थे)
रामायण में रावण के 2 भाइयों का विस्तार से वर्णन किया गया है। वहीं आज हम उस भाई के बारे में भी आपको बताएंगे, जो बेहद शक्तिशाली था। रावण के जिन दो भाईयों का जिक्र मिलता है उनमें पहला नाम विभीषण और दूसरा कुंभकरण है। वहीं जिस तीसरे भाई के बारे में हम बात कर रहे हैं, उसका नाम कुबेर था, कुबेर रावण का सौतेला भाई था।
Ravan Ke Bhaiyo Ka Naam (रावण के भाइयों का नाम)
विभीषण
रामायण के अनुसार रावण का सबसे छोटा और सगा भाई विभीषण था, जिन्होंने सीता हरण के बाद रावण को छोड़कर श्री राम जी का साथ दिया था। रावण के वध में विभीषण ने श्री राम जी का साथ दिया था। विभीषण ने ही श्री राम जी को बताया था कि रावण की टुंडी में बाण मारने से रावण का वध हो जाएगा। रावण की मृत्यु के बाद विभीषण को ही लंका का राजा बनाया गया था।
कुंभकरण
रामायण के अनुसार कुंभकरण रावण का छोटा भाई था, कुंभकरण 6 महीने सोता था और 6 महीने जागता था। कुंभकरण ने श्री राम के साथ युद्ध के दौरान रावण का साथ दिया था। अंत में भगवान राम ने कुंभकरण के दोनों हाथ काटकर वध कर दिया था।
कुबेर
रामायण के अनुसार कुबेर रावण का सौतेला भाई था, सोने की लंका कुबेर की ही थी, जिसे अपने पिता के कहने पर कुबेर ने रावण को दे दी थी। जिसके बाद उन्होंने कैलाश पर्वत पर अलकापुरी को बसाया। बताया जाता है कि रावण ने विजय युद्ध के दौरान अलकापुरी पर भी हमला किया था। परंतु ब्रह्मा जी के आशीर्वाद के कारण कुबेर जीत गए थे।
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