प्रोजेक्टर का आविष्कार किसने किया और प्रोजेक्टर कैसे काम करता है

दोस्तों क्या आप जानते है की प्रोजेक्टर का आविष्कार किसने किया था और प्रोजेक्टर कैसे काम करता है अगर नहीं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े यहां हमने प्रोजेक्टर के बारे में विस्तार से जानकारी साझा की है।

प्रोजेक्टर क्या होता है ?

प्रोजेक्टर एक प्रकार का ऐसा डिवाइस होता है जिसकी मदद से पर्दे या दीवार पर चित्र व वीडियो का प्रतिबिंब दिखाया जाता है। हम सब ने कहीं ना कहीं प्रोजेक्टर तो देखा ही होगा पहले के समय में ज्यादातर सिनेमाघरों में प्रोजेक्टर का इस्तेमाल होता था, पर आज के समय में पढ़ाई से लेकर दफ्तरों में अपने काम को समझाने के लिए प्रोजेक्टर का इस्तेमाल किया जाता है।

यह एक प्रकार का ऑप्टिकल डिवाइस होता है जिसकी लेंस से लाइट टकराकर दीवार या किसी भी सतह पर पड़ती है और हमें चित्र दिखाई देता है।

प्रोजेक्टर का आविष्कार किसने किया ?

प्रोजेक्टर का आविष्कार चार्ल्स फ्रांसिस जेनकिंस ने किया था, इस अविष्कर में तकनीकी रूप से छवि दिखाई जाती थी। प्रोजेक्टर के आविष्कार से कई क्षेत्रों में कार्य करने में काफी मदद मिली, इसके अलावा मनोरंजन के लिए प्रोजेक्टर का इस्तेमाल किया जाने लगा। शिक्षा क्षेत्र हो या चिकित्सा क्षेत्र प्रोजेक्टर के इस्तेमाल से हर कार्य आसान हो गया है।

प्रोजेक्टर का आविष्कार कब हुआ?

प्रोजेक्टर का आविष्कार सन् 1894 में किया गया था। आविष्कार के बाद प्रोजेक्टर के नए-नए रूप बड़े-बड़े वैज्ञानिकों द्वारा बनाए जाने लगे। वर्तमान समय के प्रोजेक्टर पुराने समय से काफी अलग हो गए हैं क्योंकि तकनीकी रूप में इसलिए कई सारे बदलाव किए गए हैं।

प्रोजेक्टर कितने प्रकार के होते हैं?

शुरुआत में प्रोजेक्टर केवल एक-दो काम में ही उपयोग होते थे परंतु धीरे-धीरे इसके प्रकार बदल दिए गए और इसे अलग-अलग रूप में इस्तेमाल किया गया। एक छोटे से पर्दे से लेकर बड़े पर्दे तक प्रोजेक्ट करने का कार्य प्रोजेक्टर ही करता है। प्रोजेक्टर के प्रकार तीन होते हैं और सभी अपने-अपने गुणों से उपयोग में लिए जाते हैं। चलिए आपको इसके प्रकार बताते हैं:-

  • DLP( Digital light processing)
  • LCD( Liquid crystal display)
  • LED( Light emitting diode)

प्रोजेक्टर कैसे काम करता है?

प्रोजेक्टर में दिखाया जाने वाला इमेज और वीडियो को पहले सॉफ्टवेयर प्रोग्राम में अपलोड किया जाता है, इसके अलावा इसे कंप्यूटर से भी चलाया जाता है। प्रोजेक्टर की लाइट को high intensity के साथ छोटे पिक्सेल में बांटकर निकाला जाता है और 3 डिसप्ले की मदद से इमेज को चित्रित किया जाता है इस हिसाब से लाइट प्रिज्म में से गुजर कर अलग अलग रंग दिखाता है।

और हम किसी भी चित्र को देख पाते हैं। प्रोजेक्टर में ना केवल चित्र हम वीडियो भी देख सकते हैं जिस प्रकार हम टीवी में साफ-साफ चित्र और चल चित्र को देख सकते हैं उसी प्रकार हम प्रोजेक्टर में भी आसानी से देख सकते हैं परंतु प्रोजेक्टर का इस्तेमाल हम साफ-सुथरे पर्दे या प्रोजेक्टर स्क्रीन में कर सकते हैं।

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