दशमूलारिष्ट के फायदे और नुकसान के बारे में: दशमूलारिष्ट गिलोय, चंदन, जायफल, जावित्री आदि 50 से अधिक जड़ी बूटियों से बना औषधीय गुड़ युक्त आयुर्वेदिक टॉनिक है। महिलाओं, खासकर गर्भवती महिलाओं के लिए प्रसव के बाद शरीर में आई कमजोरी को दूर करने के लिए यह सबसे प्रभावी टॉनिक है।
लेकिन दशमूलारिष्ट के साथ एक गलत धारणा है कि यह केवल महिलाओं के उपयोग के लिए है इसे पुरुष और महिला दोनों ही इस्तेमाल कर सकते हैं और इसके औषधीय गुणों का लाभ उठा सकते हैं। आज के इस लेख में हम दशमूलारिष्ट के फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से जानेंगे।
दशमूलारिष्ट के फायदे (Dasmularist Ke Fayde)
चलिए सबसे पहले दशमूलारिष्ट पीने के फायदे जानते है।
- पाचन तंत्र मजबूत बनता है
दशमूलारिष्ट में प्रयोग की जाने वाली जड़ी-बूटियां किसी भी व्यक्ति के पाचन तंत्र को बेहतर बनाती हैं, जिससे पेट में खाना समय से पच जाता है और किसी भी व्यक्ति को एसिडिटी, अपच और गैस जैसी समस्याओं से निजात मिलती है। इसलिए जिन लोगों को पाचन संबंधी कोई बीमारी है उन्हें इसका सेवन करना चाहिए। यह डाइजेस्टिव एसिड और एंजाइम के स्राव को ठीक करता है, जिससे व्यक्ति अपनी पाचन संबंधी समस्याओं से छुटकारा पा सकता है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करता है
ऐसे समय में जब यह दुनिया तरह-तरह की बीमारियों से जूझ रही है, हर दिन नई-नई बीमारियां और वायरस पैदा हो रहे हैं, तो ऐसे समय में हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता हमें इन सभी बीमारियों से सुरक्षित रखती है और दशमूलारिष्ट के सेवन से हमें एक स्वस्थ शरीर प्रदान करती है, इससे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जिससे हमारे शरीर को विभिन्न रोगों से लड़ने की शक्ति प्राप्त होती है।
- भूख बढ़ाता है
जिन लोगों को भूख नहीं लगती है और शरीर आवश्यक खनिजों को अवशोषित नहीं कर पाता है, जिससे कमजोरी और पतलेपन की समस्या घर कर जाती है, ऐसे लोगों के लिए इसका रोजाना सेवन उनके पतलेपन को दूर करने में मील का पत्थर साबित होगा। सही समय पर भूख लगेगी, जिससे आवश्यक पोषण मिलेंगे और व्यक्ति के स्वास्थ्य में सुधार होगा।
- शरीर में आवश्यक खनिजों की आपूर्ति करता है
कई बार व्यक्ति भोजन तो कर लेता है, लेकिन शरीर को उसका उचित लाभ नहीं मिल पाता है, जिससे शरीर में आवश्यक खनिजों की कमी हो जाती है। दशमूलारिष्ट के प्रयोग से शरीर के ऐसे आवश्यक खनिजों की कमी दूर हो जाती है और व्यक्ति का शरीर हस्ष्ट-पुष्ट हो जाता है।
- हड्डियों को मजबूत बनाता है
दशमूलारिष्ट का रोजाना सेवन करने से हड्डियों को जरूरी पोषण मिलता है जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं और इसका सबसे बड़ा फायदा व्यक्ति को बढ़ती उम्र के साथ तब देखने को मिलता है जब हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और जोड़ों में दर्द होने लगता है। तब इसका इस्तेमाल करने वाला व्यक्ति इस तरह की समस्याओं से कोसों दूर रहता है।
- सांस और फेफड़ों से संबंधित बीमारियों को ठीक करता है
जिन लोगों के थूक में बलगम आता है, जिन्हें सांस लेने में तकलीफ होती है, सिगरेट और प्रदूषण के कारण फेफड़े कमजोर हो गए हैं, और जिनकी सांस की नली में सूजन है, जिन्हें तेज सांस के साथ खांसी होती है, ऐसे लोगों को दशमूलारिष्ट का सेवन जरूर करना चाहिए क्योंकि दशमूलारिष्ट फेफड़ों को साफ करता है और बलगम को कम करता है और श्वासनली की सूजन को दूर करता है और व्यक्ति को सांस की समस्याओं से राहत देता है।
दशमूलारिष्ट के नुकसान
अभी तक दशमूलारिष्ट के उपयोग से कोई नुकसान और दुष्प्रभाव नहीं देखे गए हैं। यह पूरी तरह से आयुर्वेदिक औषधीय सीरप है फिर भी गर्भवती महिलाओं को इसके इस्तेमाल के लिए एक बार अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए।
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Dasmularist Syrup Uses In Hindi
दशमूलारिष्ट सिरप औषधीय गुड़ से युक्त एक आयुर्वेदिक टॉनिक है, जिसका उपयोग शारीरिक कमजोरी को दूर करने, पाचन तंत्र को मजबूत करने, श्वसन रोगों से लड़ने और विशेष रूप से प्रतिरक्षा बढ़ाने के लिए किया जाता है।
महिलाएं मासिक धर्म की अनियमितता, अत्यधिक रक्तस्राव और सफेद पानी जैसी समस्याओं से निजात पाने और गर्भावस्था के बाद शरीर में आई कमजोरी को दूर करने के लिए Dasmularist Syrup का इस्तेमाल कर सकती हैं।
दशमूलारिष्ट का सेवन कैसे करे?
दशमूलारिष्ट का सेवन दिन में दो बार खाना खाने के आधा घंटे के बाद गुन-गुने पानी के साथ और जितनी दवा उतने पानी को उसके साथ मिलाकर उपयोग करना चाहिए। जैसे:
20 ml दशमूलारिष्ट तो 20 ml गुनगुना पानी
पीरियड्स के लिए दशमूलारिष्ट के फायदे
ऐसी महिलाएं जिनके पीरियड्स अप डाउन यानि पीरियड्स समय पर नहीं आते हैं, मासिक धर्म के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग होती है और मासिक धर्म के दौरान ज्यादा दर्द होता है, उन्हें दशमूलारिष्ट का सेवन जरूर करना चाहिए, इसमें मौजूद औषधीय गुण हार्मोन असंतुलन को ठीक करते हैं और महिलाओं की दर्द और कमजोरी को भी दूर करता है। इसलिए ऐसी महिलाएं जिन्हें मासिक धर्म से जुड़ी कोई भी समस्या है, उन्हें एक बार इसका इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।
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इस लेख में हमने दशमूलारिष्ट के फायदे(Dashmularishta Benefits In Hindi), दशमूलारिष्ट के नुकसान, और दशमूलारिष्ट उपयोग करने के तरीका के बारे में विस्तार से बताया है। हमे उम्मीद है इस लेख में साझा जानकारी आपको सही लगी होगी।
दशमूलारिष्ट के बारे में पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्न
दशमूलारिष्ट किस काम आता है?
दशमूलारिष्ट का उपयोग आयुर्वेदिक औषधि के रूप में शारीरिक कमजोरी को दूर करने, रक्त को शुद्ध करके नया रक्त बनाने और विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं में डिलीवरी के बाद की कमजोरी को दूर करने के लिए किया जाता है।
दशमूलारिष्ट के फायदे क्या है?
पाचन तंत्र मजबूत बनता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करता है।
भूख बढ़ाता है।
शरीर में आवश्यक खनिजों की आपूर्ति करता है।
हड्डियों को मजबूत बनाता है।
सांस और फेफड़ों से संबंधित बीमारियों को ठीक करता है।