कम्प्यूटर वायरस का आविष्कार किसने किया था | Computer Virus Ka Avishkar

Computer Virus Ka Avishkar | कम्प्यूटर वायरस का आविष्कार | कंप्यूटर वायरस के प्रकार

दोस्तों क्या आप जानते है की कम्प्यूटर वायरस का आविष्कार किसने किया था अगर नहीं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े इस लेख में हमने कम्प्यूटर वायरस के बारे में सम्पूर्ण जानकारी साझा की है।

कम्प्यूटर वायरस क्या होता है ?

कंप्यूटर वायरस एक प्रकार का हानिकारक प्रोग्राम होता है जो सिस्टम सॉफ्टवेयर को हानि पहुंचने में और खराब करने में जिम्मेदार होता है।

कंप्यूटर सिस्टम को चलाने के लिए बहुत सारे सॉफ्टवेयर प्रोग्राम की जरूरत होती है, उन्हीं प्रोग्रामो के जैसे ही कंप्यूटर वायरस होते है।

कभी कभी ऐसा होता है कि हमारे सिस्टम में स्टोर डाटा और इंस्ट्रक्शन अपने आप डिलीट हो जाते है और कंप्यूटर सिस्टम हैक होने लगता है यह सब कंप्यूटर वायरस के वजह से ही होता है।

कंप्यूटर के साथ की कंप्यूटर प्रोग्राम में कब जुड़ जाएगा आपको पता भी नहीं चलेगा और आपके कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर प्रोग्राम को हानि पहुंचा देगा।

कम्प्यूटर वायरस का आविष्कार किसने किया था ? (Computer Virus Ka Avishkar Kisne Kiya)

जिस प्रकार कंप्यूटर के दूसरे सॉफ्टवेयर प्रोग्राम को मानव ने बनाया है उसी प्रकार कंप्यूटर वायरस भी मानव द्वारा है निर्मित किया गया था।

कंप्यूटर वायरस का अविष्कार बॉब थॉमस (Bob Thomas) ने सन् 1971 में किया था, बॉब थॉमस में BBN टेक्नोलोजी कंपनी में काम करते वक़्त सबसे पहला कंप्यूटर वायरस बनाया था।

कंप्यूटर वायरस का उद्देश्य केवल दूसरे सिस्टम के प्रोग्राम को हानि पहुंचाना होता है और यह कंप्यूटर वायरस बनने के बाद इसका ऑपरेशन भी बहुत से कंप्यूटर सिस्टम में किया गया।

प्रथम कंप्यूटर वायरस कौन सा था ?

रॉबर्ट थॉमस द्वारा बनाया गया वायरस ही दुनिया का सबसे प्रथम कंप्यूटर वायरस कहलाता है।जिसका नाम Creeper virus रखा गया था। कोई भी वायरस सिस्टम को इफेक्ट करने के बाद कंप्यूटर स्क्रीन में वार्निंग दे देता है।

उसी प्रकार creeper वायरस भी मॉनिटर में डिस्प्ले होकर प्रोग्रामर को सूचित कर देता था। Creeper virus को बनाने के बाद इसका सबसे पहला एक्सपेरिमेंट ARPANET के प्रोग्राम को इफेक्ट करने के लिए किया गया था।

भारत में सर्वप्रथम दिखाई देने वाला कंप्यूटर वायरस कौन सा है

सन् 1987 में भारत में सर्वप्रथम कंप्यूटर वायरस दिखाएं दिया था जिसका नाम सी- ब्रेन था।यह वायरस बूट सेक्टर से विकसित हुआ वायरस था जो भारत में सर्वप्रथम देखा गया उसके बाद इस वायरस से कई सारे कंप्यूटर प्रोग्राम को हानि पहुंची थी।

कंप्यूटर वायरस के प्रकार

अगर आपकी कंप्यूटर प्रोग्राम में वायरस आ जाता है तो वह आसानी से किसी भी फाइल के साथ जुड़ सकता है। अगर प्रोग्राम वायरस वाली फाइल को गलती से ओपन कर देता है तो वह वायरस आपके पूरे सिस्टम को खराब कर सकता है। इसके पीछे एक वायरस नहीं बल्कि कई सारे वायरस होते हैं और इसके प्रकार भी अलग-अलग है। चलिए जानते हैं कंप्यूटर वायरस के कितने प्रकार हैं।

  • बूट वायरस / Boot Viruses.
  • बहुरूपी विषाणु / Polymorphic Viruses.
  • मैक्रो वायरस / Macro Viruses.
  • वर्मस / Worms
  • ट्रोजन / Trojans
  • स्पाइवेयर / Spywares
  • एडवेयर / Adware
  • मालवेयर / Malwares

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