Pawanmuktasana Benefits In Hindi | पवनमुक्तासन करने का तरीका 

पेट के उपचार के लिए किया जाने वाला पवनमुक्तासन एक ऐसा आसन है, जिसके बहुत सारे लाभ देखने को मिलते हैं। इस आसन का नियमित अभ्यास करने से शरीर को बहुत सारे फायदे होते हैं। तो आइए Pawanmuktasana Benefits In Hindi के बारे में जानते हैं।

पवनमुक्तासन के फायदे

पवनमुक्तासन के फायदे वैसे तो बहुत सारे देखने को मिलते हैं, चलिए उन्हीं में से कुछ फायदों के बारे में विस्तार से जानते हैं – 

1. पेट की समस्या के लिए फायदेमंद:- 

पवनमुक्तासन के रेगुलर अभ्यास का सबसे बड़ा फायदा पेट की समस्या में राहत दिलाता है। पेट की समस्या के लिए यह बहुत ही अच्छा उपचार होता है। इस आसन का अभ्यास प्रतिदिन करने से पाचन तंत्र मौजूद हो जाता है और अनचाही गैस को दूर करने में भी मदद मिलती है।

2. कमर दर्द में फायदेमंद:- 

पवनमुक्तासन कमर दर्द की समस्या के लिए भी काफी असरदार होता है। इसका नियमित रूप से अभ्यास करने से कमर दर्द से हमेशा के लिए छुटकारा मिलता है। इसके साथ ही साथ Sciatica और Slip Disc की समस्या के लिए भी फायदेमंद होता है।

3. महिलाओं के लिए फायदेमंद:- 

इस आसन को खासतौर पर महिलाओं को करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि पवनमुक्तासन विशेष रूप से  गर्भाशय से जुड़े हुए बीमारियों को दूर करने में मदद करता है। और जनन क्षमता को भी बेहतर बनाने में फायदेमंद होता है।

4. आंत के लिए फायदेमंद:- 

इस आसन का नियमित रूप से अभ्यास करने से आंत से जुड़ी हुई कई सारे विकारों को दूर करने में मदद करता है। और इसके कारण आंत की क्रियाएं भी सक्रिय होती है। इसके साथ ही साथ यह आसन लीवर की क्रियाओं को भी बेहतर बनाता है।

5. वजन कम करने में मददगार:- 

पवनमुक्तासन करने से शरीर में मौजूद अनचाहे गैस बाहर निकलती है, और पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करता है। इस आसन का नियमित अभ्यास करने से वजन भी संतुलन में रहता है। और यह वजन को कम करने के लिए भी बहुत लाभदायक होता है।

पवनमुक्तासन करने का तरीका 

Pawanmuktasana In Hindi, के अंतर्गत चलिए अब इस आसन को करने के तरीके के बारे में जानते हैं-

1. इस आसन को करने के लिए सबसे पहले चटाई पर पीठ के बल लेट जाए।

2. सांस लेते हुए अपने पैरों को 90 डिग्री उठाएं।

3. सांस छोड़ते हुए पैरों को मोड़े और अपनें छाती की ओर लेने की कोशिश करें।

4. हाथों से अपने घुटने को पकड़े और सिर उठाते हुए अपने घुटने को स्पर्श करें।

5. फिर सामान्य सांस लेते हुए धीरे-धीरे अपने सिर को नीचे लाएं और अब फिर अपने पैरों को सीधा करें।

6. इसी तरीके को आप को दो से तीन बार फॉलो करना है।

पवनमुक्तासन कितनी देर करना चाहिए

इस आसान को ज्यादा समय तक करने की जरूरत नहीं होती है, पवनमुक्तासन के फायदे लेने के लिए प्रतिदिन केवल 3 से 4 मिनट के लिए इस आसन को कर सकते हैं।  3 से 4 मिनट करने पर ही आपको इसके बहुत सारे फायदे देखने को मिल सकते हैं।

पवनमुक्तासन करते समय सावधानियां

Pawanmuktasana Ke Fayde बहुत सारे देखने को मिलते हैं, परंतु कभी कभी इस आसन को करते वक्त कुछ सावधानियां भी बरतनी पड़ती है। जोकि निम्नलिखित है- 

1. गर्भवती महिलाएं इस आसन को ना करें।

2. पवनमुक्तासन का अभ्यास खाली पेट ना करें।

3. पीठ के दर्द और कमर के दर्द से पीड़ित व्यक्तियों को इस आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए।

4. उच्च रक्तचाप वाले व्यक्ति इस आसन को करने से बचें।

5. गर्दन में चोट या दर्द होने की स्थिति में भी इस आसन का अभ्यास ना करें।

6. सीने में दर्द की समस्या हो तो पवनमुक्तासन नहीं करना चाहिए।

7. महिलाएं महावारी के वक्त पवनमुक्तासन को ना करें।

तो दोस्तों उम्मीद है की Pawanmuktasana Benefits In Hindi के बारे में आपको सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त हुई होगी।

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पवनमुक्तासन से पहले कौन से आसन करें?

Pawanmuktasana Ke Fayde देखने के लिए इस आसन को करने से पहले मार्जरी आसन और बालासन जरूर करना चाहिए।

पवनमुक्तासन के बाद कौन से आसन करें?

पवनमुक्तासन करने के बाद आप शवासन का अभ्यास कर सकते हैं। ऐसा करने से भी शरीर को काफी लाभ मिलता है।

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