कहानी लिखने के नियम क्या है और घर बैठे कहानी कैसे लिखें

बचपन मे आपने दादी या नानी से कहानियां टन सुनी ही होगी, उन दिनों कहानी सिर्फ मनोरंजन के लिए सुनी व सुनाई जाती था और कहानी लिखी मनोरंजन को ध्यान में रखकर जाती था लेकिन आज चीजे बदल गयी है, कहानी का इस्तेमाल सिर्फ मनोरंजन के लिए नही होता। आजकल व्यापक स्तर पर विभिन क्षेत्रो में कहानी का उपयोग किया जाता है। आज के इस लेख के माध्यम से जानेगें की कहानी क्या है और कहानी लिखने के नियम क्या है ?

कहानी लिखने के नियम क्या है?

कहानी लिखने के नियम क्या है और कहानी कैसे लिखें

अब बात करते है कहानी लिखने के नियम क्या है, वैसे तो कहानी लिखने के लिए कोई कठिन नियम नहीं हैं, क्योंकि प्रत्येक लेखक की अपना यूनिक राइटिंग स्टाइल और दृष्टिकोण होता है। हालांकि, कुछ सामान्य नियम हैं जिन्हें लगभग सभी लेखक फॉलो करते है आइए जानते है कहानी लिखने के नियम क्या है-

  • सबसे पहले आपकी कहानी के पीछे का मूल विचार या आईडिया निश्चित करे । यह छोटा और आकर्षक होना चाहिए, जो शुरू से ही कहानी में पाठक के इंटरेस्ट को बनाये रखे।
  • आप अपनी कहानी के अनुसार सभी कैरेक्टर्स या पात्रों के किरदार को निर्धारित करें। यह निर्धारित करें कि कौन सा पात्र कहनिमे क्या रोल निभाएगा।
  • आपकी स्क्रिप्ट संघर्ष, खुशी दुख और तनाव से प्रेरित होनी चाहिए, स्क्रिप्ट में केवल एक ही इमोशन नही होना चहिये। स्क्रिप्ट इस तरह से लिखे की पाठक ये जानने के किये उत्सुक रहे कि आगे क्या होने वाला है।
  • कहानी और कहानी के किरदारों को ऐसे डिफाइन करे , जिससे पाठकों को पढ़ने पर महसूस हो कि ये सब उनके साथ हुआ है या हो रहा है।
  • आपकी कहानी की स्पीड कम और लगातार होनी चाहिए, एक्शन और तनाव के समय को लम्बा खींचने की कोशिश करे।

कहानी लिखने का उद्येश्य

मनोरंजन:- कहानी लिखने का एक प्राइमरी उद्देश्य पाठको का मनोरंजन करना है। चाहे वह रोमांचकारी रहस्य हो या दिल को छू लेने वाला रोमांस, या फिर कोई दूसरा इमोशनल कनेक्शन।

शिक्षा:- पाठकों को विभिन्न विषयों पर शिक्षित करने के लिए कहानियाँ भी लिखी जा सकती हैं। उदाहरण के लिए, ऐतिहासिक कथा विभिन्न युगों और संस्कृतियों के बारे में जानकारी प्रदान कर सकती है, जबकि विज्ञान कथा भविष्य की प्रौद्योगिकी की संभावनाओं और समाज पर इसके प्रभाव के बारे में बताती है।

प्रेरणाः- पाठकों को प्रेरित करने के उद्देश्य से अनेक कहानियाँ लिखी जाती हैं। उदाहरण के लिए, सफल लोगों की आत्मकथाएँ पाठकों को अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित कर सकती हैं।

खुद को समझने के लिए:- कहानियां आत्म-चिंतन और इंट्रोस्पेक्शन का माध्यम भी प्रदान करती हैं। दूसरों के अनुभवों के बारे में पढ़कर, पाठक खुद को समझ सकता है।

कम्युनिकेशन:- अंत में, कहानियों को कम्युनिकेशन के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। कहानियां जटिल भावनाओं और विचारों को आसानी से व्यक्त कर सकती हैं।

कहानी कैसे लिखें

शुरू में कहानी लिखना एक कठिन काम हो सकता है, लेकिन निम्नलिखित कुछ चरणों को फॉलो करने पर आपको कहानी लिखने में मदद मिलेगी-

चरण 1:- अपनी कहानी के लिए एक टॉपिक या थीम चुनें। यह एक पर्सनल एक्सपेरियन्स, एक वर्तमान घटना या पूरी तरह से काल्पनिक कुछ भी हो सकता है।

चरण 2:- अपने कहानी के कैरेक्टर्स का निर्माण करें जो आपकी कहानी को इंटरेस्टिंग बना सके और जो आपके पाठकों को पसंद आ सकें।

चरण 3:- कहानी को थीम के आधार ओर तीन हिस्सों में डिवाइड करे शुरुआत में कहानी का ओवरव्यू, दूसरे हिस्से में संघर्ष शामिल करें और अंत मे कहानी की एंडिंग को डिज़ाइन करे।

चरण 4:- कहानी के लिए एक ड्राफ्ट तैयार करे,ड्राफ्ट में सभी चीजो को शामिल करें जिन्हें आप कहानी में जोड़ना चाहते है।

चरण 5:- अपनी कहानी एडिट करें और मॉडिफाई करें। इसके बाद ड्राफ्फ को फिर से पढ़ें, और पेसिंग, करैक्टर और स्क्रिप्ट को बेहतर बनाने के लिए मॉडिफाई करें।

चरण 6:- जब आप एक बार कहानी से संतुष्ट हो जाये तो व्याकरण गलतियों को सुधारने के लिए प्रूफरीडिंग करे।

कहानी लिखते समय किन बातों का ध्यान रखें।

  • कहानी को जबरदस्ती लम्बा खींचने की कोशिश न करे नही तो पाठक कहानी से बोर हो सकते है, ये ध्यान रखे कि कहानी के प्रत्येक प्लाट में उतने ही शब्द जोड़े जितने में कहानी इंटरेस्टेड लगे।
  • कहानी में एक ही थीम को शामिल करें अलग अलग विचारों को कहानी में शामिल करने पर कहानी कंफ्यूसिंग हो सकती है, जैसे यदि कहानी मोटिवेशनल है तो उसे मोटिवेशनल ही रखे क्राइम और रोमांस के सीन को जोड़ने की कोशिश न करे।
  • अपने कहानी के पात्रों और इमोशन्स को पाठको से जोड़ने के लिए संवेदी (बोलचाल) भाषा का उपयोग करे, अधिक कठिन शब्दो को न जोड़े ।
  • कहानी छोटी हो या बड़ी वह तभी इंटरेस्टिंग बनती है जब उसके कैरेक्टर्स और उद्देश्य स्पष्ट हो। इसलिए कहानी में शुरुआत, मध्य और अंत तीनो भागो को शामिल करें।

कहानी लेखन फॉर्मेट

इंटरेस्टिंग और पाठकों को लुभाने बालू कहानी लिखने के लिए कहानी को इस फॉरमेट में लिखना अच्छा होगा-

  • परिचय:- यह आपकी कहानी का उद्घाटन है, जहाँ आप कहानी की सेटिंग, पात्रों और संघर्ष या समस्या का पाठकों को परिचय देते हैं जो कहानी को आगे बढ़ाएंगे। अपने पाठको का ध्यान आकर्षित करने के लिए परिचय महत्वपूर्ण होता है, परिचय पर ही निर्भर करता है कि पाठक आपकी कहानी पूरी पढ़ेंगे या नही ।
  • राइजिंग एक्शन:- यह कहानी का वह हिस्सा है जहां से कहानी विकसित होती है, और मुख्य कैरेक्टर्स, चैलेन्ज और बाधाओं की एक सीरीज की शुरुआत होती हैं, क्योंकि यही से हीरो संघर्ष को हल करने की दिशा में काम करता हैं। जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, तनाव लबढने चाहिए, और पात्रों में बदलाव या नए कैरेक्टर्स को शामिल करना चहिये।
  • क्लाइमेक्स:- यह कहानी का मुख्य बिंदु है, जहाँ संघर्ष और एक्शन अपने हाईएस्ट पॉइंट पर पहुँच जाता है, और पात्र (चरित्रों) को सबसे महत्वपूर्ण और कठिन चुनौती का सामना करना पड़ता है। यह हिस्सा कहानी का सबसे गहन और रोमांचक हिस्सा होना चाहिए।
  • एंडिंग: इस हिस्से में क्लाइमेक्स के बाद का सीन होता है, इसमें संघर्ष/ समस्या को हल कर दिया जाता है। कहानी की स्पीड यहां धीमी होनी चाहिए।

निष्कर्ष:- यह कहानी का अंत है, जहां संघर्ष या समस्या पूरी तरह से हल हो गया है।

कहानी लेखन के लिए गाइड

कहानी लिखना एक गॉड गिफ्टेड कला है, लेखकों में यह कला जन्मजात होती है। हर लेखक का कहानी लिखने का तरीका अलग अलग होता है, आप कहानी कैसे लिख सकते है इसके लिए हमने यहां आपको गाइड किया है-

● पहला कदम अपनी कहानी के लिए एक विचार या थीम का चयन करें । यह प्लॉट, चरित्र, सेटिंग या थीम कुछ भी हो सकता है। कहानी लिखते समय कहानी के आधार (जेनर) को अवश्य सुनिश्चित करे कि यह कैसी होगी।

● इससे पहले कि आप लिखना शुरू करें, अपनी कहानी की योजना बनाना एक अच्छी शुरुआत हो सकती है। इसमें एक फ्रेमवर्क तैयार करे, अपने पात्रों को विकसित करे। इसके अतिरिक्त कहानी की ईंजन के अंदर ही प्लाट को तैयार करना महत्वूवर्ण है, ध्यान रहे प्लाट का क्लियर होना जरूरी है यह आपकी कहानी का मुख्य हिस्सा होता यह।

●आपके पात्र आपकी कहानी का दिल हैं, इसलिए सुनिश्चित करें कि वे अच्छी तरह से विकसित और यादगार हों। कहानी के पात्रों को ऐसा नाम दे जिससे वह लोगो के जहन में बैठ जाये।

● अपनी कहानी और पात्रों की तस्वीर पेंट करने के लिए क्लियर और , वर्णनात्मक भाषा का उपयोग करें। अच्छी भाषा पाठक को कहानी में दुबिने और पात्रों को जीवंत बनाने में मदद करेगी।

● पाठक को यह बताने के बजाय कि क्या हो रहा है, उन्हें एक्शन, और संवादों के माध्यम से दिखाएं। यह आपकी कहानी को और अधिक इंटरेस्टिंग बनाने में मदद करेगा और पाठक को पात्रों से जुड़ने में भी।

● एक अच्छी कहानी में पाठक की रुचि बनाए रखने के लिए तनाव और संघर्ष/ मुश्किलें होना बेहद जरूरी है । यह बाहरी संघर्षों जैसे शारीरिक खतरे, या आंतरिक संघर्षों जैसे चरित्र के भावनात्मक संघर्षों (स्ट्रेस, डिप्रेशन, मानसिक तनाव) से आ सकता है।

● अपनी कहानी लिखने के बाद, इसे एडिशन करने और मॉडिफाई करे। इस मॉडिफिकेशन में ग्राममटिकल मिस्टेक और स्पेलिंग मिस्टेक की जाँच करना, स्क्रिप्ट को मॉडिफाई करना शामिल होता है। टेक्निकल भाषा मे इसे कॉपीराइटिंग कहते है।

कहानी लेखन की विधियां

  • कहानी को एक एटट्रक्टिव सीन के साथ शुरुआत करें जो पाठकों को अपनी ओर खींचती हो।
  • इमोशनल और इंस्पिरेशनल कनेक्ट के साथ कैरेक्टर्स का निर्माण करें।
  • कैरेक्टर्स में हीरो और विलेन के किरदार को शामिल करें।
  • कहानी में हीरो के संघर्ष और विलेन की साजिशों पर विशेष ध्यान दे, हीरो के करैक्टर के साथ उसके एक अच्छे दोस्त का भी करैक्टर निर्माण करे।
  • आसान और वर्णनात्मक भाषा का उपयोग करके करे।
  • कैरेक्टर्स के चरित्र को डिफाइन करे और कम्युनिकेशन को शामिल करें।
  • एक संतोषजनक लक्ष्य का निर्माण करें जो कहानी में हीरो के संघर्षों को हल करता है।
  • कहानी की स्ट्रक्चर, पेसिंग और भाषा को बेहतरीन करने के लिए ध्यान से एडिट और मॉडिफाई करें।

कहानी लिखने वाले को क्या कहते हैं

कहानी लिखने वाले को कहानीकार या कथाकार कहते है,भारतीय साहित्य में मुंशी प्रेमचंद्र को सबसे बड़ा कहानीकार माना जाता है। वहीं दुनिया का सबसे बड़े कहानीकार विलियम शेक्सपियर को माना जाता है।

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