दोस्तों क्या आप जानते है की हीलियम क्या है और हीलियम की खोज किसने की थी अगर नहीं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े यहां हमने हीलियम के बारे में विस्तार से जानकारी साझा की गई है।
हीलियम क्या है?
हीलियम एक गैसीय पदार्थ होता है जिसकी परमाणु संख्या 2 होती है। अवतरण सारणी में इसका स्थान नोबेल गैस के साथ है।यह गैस गंधहीन, रंगहीन, स्वाद हिन होता है। इसकी Melting और Boiling Point बहुत ही ज्यादा कम होती है।हाइड्रोजन के बाद यह दूसरा सबसे हल्का तत्व व गैस है।
हीलियम की खोज किसने की (Helium ki khoj kisne ki)
हीलियम की खोज Pierre Janssen और Norman Lockyer ने मिलकर किया था, ये दोनों ही एक खगोलीय वैज्ञानिक थे जिन्होंने हीलियम की खोज की और इस तत्व के बारे में लोगो को बताया। उनका यह खोज आज भी बहुत स्थान पर महत्वपूर्ण है। हीलियम हल्की होने के कारण अंतरिक्ष में पाई जाती है।
हीलियम की खोज कैसे हुई?
कहा जाता है कि हीलियम की खोज सूर्यग्रहण के दौरान हुई थी।जब दोनों वैज्ञानिक रिसर्च कर रहे थे तो उन्होंने देखा कि सूर्य के क्रोमोस्फेयर से एक पीली रंग की रेखा निकर रही है जो सोडियम नहीं थी।
फिर उन्होंने इस पर रीसर्च चालू किया और पाया कि ये एक ऐसा गैसीय पदार्थ है जो धरती पर नहीं पाया जाता और उन्होंने इसका नाम हीलियम रख दिया। हीलियम एक ग्रीक शब्द होता है जिसका सही अर्थ सूर्य होता है।
हीलियम कैसे बनती है?
हीलियम यूरेनियम और थेरियम रेडियोधर्मी क्षय से उत्पन्न होता है इसका मुख्य कारण यह है कि यूरेनियम और थेरियम के विकिरण के भाग में अल्फा कण मौजूद होते है जो हीलियम का निर्माण करने में समर्थ रहते है।
यह वायु से भी हल्की होने के कारण उत्पन्न होने के बाद हवा मे उड़ने लगती है और बची गैस जमीन के अंदर बाकी गैस के साथ मिल जाती है। इसके अलावा एक और जरिए से हीलियम बनाया जा सकता है जिसके विधि है – मोनोइथेनोलेमिन और ग्लाइकोल से प्राकृतिक गैस को साफ किया जाता है जिससे अन्य अम्लीय गैस बाहर आ जाते है।
फिर उस सुखाकर 300 डिग्री लगभग पर ठंडा कर 600 पाउंड प्रति वर्ग इंच पर दवाब डाला जाता है। इससे हमें 50 प्रतिशत हीलियम और 50 प्रतिशत नाइट्रोजन का मिश्रण मिलता है, इसे और ठंडा कर दवाब डालने से इसमें से नाइट्रोजन भी बाहर हो जाता है और हमारे पास हीलियम बच जाता है।
हीलियम गैस का उपयोग
हीलियम गैस का उपयोग बड़े बड़े विस्फोटक में किया जाता है इसके अलावा गैस के हल्के होने के कारण इसका उपयोग गुब्बारे में भी किया जाता है। यहां तक कि दवाइयों में भी हीलियम का उपयोग होता है।यह हमारे भौतिक क्षेत्र से लेकर चिकित्सा और रासायनिक क्षेत्र में भी काम आता है। हवाई जहाज में भी हीलियम का उपयोग होता है। श्वसन रोग में हीलियम द्वारा बनाई गई दवाई काम आती है।
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