साइकिल का आविष्कार किसने किया था?

आज के समय में साइकिल का उपयोग हर कोई करता है, लेकिन क्या आप जानते है, की साइकिल का आविष्कार किसने किया(cycle ka aavishkar kisne kiya) और इसको सबसे पहले किसने बनाया है, आज की इस पोस्ट में हम आपको साइकिल की खोज किसने की इसे सम्बन्धित सभी जानकारी प्रदान करेगे I 

साइकिल का आविष्कार किसने किया था?(cycle ka aavishkar kisne kiya)

साइकिल का अविष्कार आसानी से नही हुआ है, साइकिल का आविष्कार भी बड़ी सफलता के रूप में देखा जाता है I

साइकिल में अविष्कार से लेकर अब तक इसमे कई बदलाव किये गये है, जिस साइकिल का उपयोग आज हम सभी करते है, उससे कई अलग साइकिल का अविष्कार हुआ था I

आपको बता दे की साइकिल के आविष्कार का श्रेय जर्मनी के वन अधिकारी कार्ल वॉन ड्रैस को दिया जाता है I दुनिया की पहली साइकिल वॉन ड्रैस द्वारा आज से 200 साल पहले बनाई सन् 1817 में बनाई गई थी।

साइकिल की खोज किसने की (cycle ki khoj kisne ki thi)

साइकिल की खोज सबसे पहले जर्मनी में की गयी थी, इसकी खोज का श्रीय बेरोन कार्ल वॉन ड्रेस डी साउबू्रन को दिया जाता है, इन्होने दो पहियों वाली पहली साइकिल को बनाया था I यह साइकिल पूरी तरह से लकड़ी की बनी हुई थी I इस साइकिल के द्वारा उन्होंने 1817 में 14 किमी तक इसकी सवारी भी की थी I 

साइकिल का इतिहास

साइकिल का इतिहास काफी पुराना है I साइकिल से सम्बन्धित सबसे पहले एक पेंटिंग मिली थी, यह लियोनार्दो द विंची की पेंटिंग थी, जिसमे साइकिल की पहली डिजाइन को देखा गया था । इस पेंटिंग को उन्होंने सन् 1492 में आज से 520 साल पहले बनाया था I

लियोनार्दो की पेंटिंग में इस चार पहियों वाली मशीन का आविष्कार हुआ। जो साइकिल की तरह दिखाई देती थी। उसके बाद इसे बेरोन कार्ल वॉन ड्रेस डी साउबू्रन द्वारा बनाया गया I

जिसको जर्मन में ‘ल्युफ़मशीन’ (Laufmaschine) नाम दिया गया, इसका मतलब होता था, – दौड़ने वाली मशीन “ I

इसमे किसी तरह का ओई पेडल नही होता था, और यह लड़की की बनी हुई थी I इसको चलाने के लिए उस पर बैठकर पैरों से धक्का देकर आगे बढाया जाता था I उसका वजन उस समय 23 किलो के लगभग होता था I

उसके बाद इसमे ‘बाइसिकल’ शब्द जुड़, जो एक फ्रांसिसी शब्द है। सन 1860 में पहली बार फ्रांस में दो पहियों वाली सवारी को लोगो द्वारा बाइसिकल या साइकिल कहा जाने लगा, उसके बाद से अब तक इसमे कई तरह के बदलाव को देखा जा चूका है I 

ये भी पढ़े:

Leave a Comment