दोस्तों क्या आप जानते है की कंपास का अविष्कार किसने किया था और कम्पास का पूरा नाम क्या है अगर नहीं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े क्योकि यहां हमने कंपास के बारे सम्पूर्ण जानकारी साझा की है।
कंपास का अविष्कार किसने किया
कंपास जिसे हिंदी में दिक्सूचक के नाम से जाना जाता है, इसका आविष्कार सबसे पहले चीन के हान राजवंश द्वारा किया था। कंपास एक बड़ी चम्मच जैसी दिखने वाली चुम्बकीय वस्तु है, जिसे काँसे की तस्तरी पर मैग्नेटाइट ओर (magnetite ore) को बिठा कर बनाई गई थी। कंपास का मुख्य काम एक निर्देश दिशा की ओर संकेत करना है, जिसके माध्यम से दूसरे दिशाएँ का पता लगाया जाता हैं।
कंपास की खोज कब हुई?
सबसे पहले कंपास की खोज 300 और 200 ईसा पूर्व के बीच चीन के हान राजवंश द्वारा किया था।
कम्पास का पूरा नाम क्या है?
कम्पास का पूरा नाम “दिशा सूचक यंत्र” है, जो पृथ्वी के किसी भी कोने में मौजूद होने के बावजूद भी हमें सही सही दिशा बताने में मदद करता है।
कंपास की सुई हमेशा कौन सी दिशा दर्शाती है?
कंपास की सुई हमेशा चुम्बकीय south pole की ओर संकेत करता है। हम जानते हैं कि अपॉजिट पोल एक दूसरे को आकर्षित करता है। इसी कारण सुई का नॉर्थ पोल पृथ्वी के मैग्नेटिक साउथ पोल से आकर्षित होता है। और वो उत्तर दिशा की ओर जाता है। इसीलिए कम्पास हमेशा उत्तर दिशा की तरफ़ इशारा करता है।
ये भी पढ़े: