Yahoo Kya Hai, Launch Date, Full Form, History | Yahoo In Hindi

दोस्तों क्या जानते है की Yahoo Kya Hai और याहू कब लांच हुआ था अगर नहीं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े क्योकी यहां हमने आपको Yahoo के बारे में सम्पूर्ण जानकारी शेयर की है।

Yahoo Kya Hai

Yahoo Kya Hai

याहू एक अमेरिकी वेब सर्विस प्रोवाइडर है जिसका मुख्यालय सनीवेल, कैलिफोर्निया में है। कंपनी की स्थापना 1994 में जेरी यांग और डेविड फिलो द्वारा की गई थी और यह शुरुआती इंटरनेट युग में अग्रणी भूमिका में थी। मूल रूप से, याहू वेबसाइटों की एक डायरेक्टरी थी, लेकिन ईमेल, न्यूज़ , फाइनेंस और सर्च सहित अन्य सेवाये प्रदान करती थी।

Yahoo Ka Full Form

याहू की फुल फॉर्म Yet Another Hierarchical Officious Oracle होती है। शुरुआत में यह एक वेबसाइट डायरेक्टरी थी लेकिन समय के साथ साथ कंपनी ने ईमेल, फाइनेंस और सर्च इंजन सेवाएं भी देनी शुरू कर दी। लेकिन आज कंपनी का रेवेन्यू और वैल्यूएशन हर साल घट रहा है।

Yahoo Meaning In Hindi

याहू का हिंदी अर्थ एक श्रेणीबद्ध आधिकारिक ओरेकल है। यह ईमेल समेत फाइनेंस सेवाएं प्रदान करता है।

Yahoo Launch Date

स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के दो छात्रों जेरी यांग और डेविड फिलो ने याहू को जनवरी 1994 में पहली बार एक वेबसाइट डायरेक्टरी के रूप में लांच किया था।

Yahoo का इतिहास

Yahoo Kya Hai जानने के बाद आइए इसके इतिहास पर एक नजर डालते है-

याहू को जनवरी 1994 में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के दो छात्रों जेरी यांग और डेविड फिलो द्वारा स्थापित किया गया था। शुरुआत में, यह वेबसाइटों की एक डायरेक्टरी थी। जो उपयोगकर्ताओं को नवजात वर्ल्ड वाइड वेब को नेविगेट करने में मदद करती थी।

इसके होमपेज पर फाउंडर्स ने ऐसी वेबसाइट्स के लिंक ऐड कर रखे थे जिनका सबसे अधिक उपयोग किया जाता था, यूज़र्स को इन वेबसाइट्स को ढूंढने में कठनाई न हो इसलिए याहू का निर्माण किया गया था। हालाँकि, जैसे-जैसे इंटरनेट का विकास हुआ, Yahoo ईमेल, समाचार, वित्त, खेलकूद आदि को शामिल करने के लिए अपनी सेवाओं का विस्तार करने लगा।

1995 में, याहू ने अपना आईपीओ लांच किया और एक पब्लिक लिस्टेड कंपनी बन गयी। आईपीओ के कुछ ही समय बाद इसके शेयर की कीमत आसमान छू गई, जिससे यह डॉट-कॉम एरा की सबसे प्रॉफिटेबल और वैल्युएबल कंपनियों में से एक बन गई।

इसने कई छोटी छोटी कंपनियों का अधिग्रहण किया और आगे बढ़ता रहा, जैसे कि 1999 में जियोसिटीज की खरीद की, जिसने उपयोगकर्ताओं को अपनी वेबसाइट बनाने की अनुमति दी, और 2002 में सर्च इंजन इंकटोमी को इसनके एक्वायर किया था।

एक समय पर आज के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल को भी कंपनी खरीदने वाली थी लेकिन ऐसा नही हुआ। शुरुआत में जब गूगल लांच हुआ तो गूगल का लिंक भी याहू के होमपेज पर ऐड रहता था जिसके लिए गूगल याहू को फीस देता था।

शुरुआत में गूगल को याहू के कारण ही पॉपुलैरिटी मिली थी, अभी तक याहू के साथ सब सही चल रहा था। कुछ समय बाद जब गूगल का ट्रैफिक कई गुना बढ़ गया तो याहू ने गूगल को खुद के लिए खतरा माना और इसके लिंक को अपनी वेबसाइट से हटा दिया।

इसके बाद वर्ष 2000 के दशक की शुरुआत में डॉट-कॉम बुलबुला फूटने के साथ, याहू को करोड़ो का नुकसान झेलना पड़ा। और अब तक Google जैसे नए और मजबूत खिलाड़ियो से याहू का कम्पटीशन होने लगा। अपनी सर्विसेज में विविधता लाने और नए बाजारों में प्रवेश करने के प्रयासों के बावजूद Yahoo! टेक उद्योग में अपनी स्थिति को बनाए रखने में कामयाब नही रहा।

याहू की मूर्खता ही उसके पतन का कारण बनी

याहू के पतन के लिए कई कारकों को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, जिसमें Google जैसे प्रतिस्पर्धियों के साथ बने रहने में असमर्थता, उपभोक्ता वरीयताओं में बदलाव और रणनीतिक गलत कदम शामिल हैं। हालाँकि, याहू के पतन के प्रमुख कारणों में से एक इसकी अपनी आंतरिक मूर्खता और दूरदर्शिता की कमी थी।

  • सबसे पहले, याहू सर्च इंजन प्रौद्योगिकी के महत्व को पहचानने में विफल रहा और इसने Google की क्षमता को कम करके आंका। इसके बजाय, इसने मीडिया और मनोरंजन जैसे अन्य क्षेत्रों में भारी निवेश किया, जो अंततः कम लाभदायक साबित हुआ। याहू ने महंगे एक्वाजेशन की एक श्रृंखला भी बनाई, जिसमें सोशल मीडिया साइट टम्बलर की खरीद भी शामिल है, जिससे कंपनी को कोई फायदा नही हुआ।
  • दुसरा याहू का नेतृत्व बार-बार टर्नओवर और आंतरिक उथल-पुथल से ग्रस्त था, छोटे छोटे अंतराल में इसके सीईओ का बदलाव किया गया और कंपनी के शीर्ष महत्वपूर्ण पदों पर भी अस्थिरता बनी रही। इस कारण से मैनेजिंग डायरेक्टर इसके विकास के लिए महत्वपूर्ण ध्यान नही दे पाए। इस अस्थिरता ने याहू के लिए विकास और इनोवेशन के लिए एक सुसंगत रणनीति विकसित करना और उसे एग्जीक्यूट करना कठिन बना दिया।
  • यूज़र्स की डेटा प्राइवेसी और सिक्योरिटी को प्राथमिकता देने में Yahoo विफल रही, यह भी इसके पतन में एक महत्वपुर्ण कारण साबित हुआ। हाई-प्रोफाइल डेटा उल्लंघनों और लगातार हैकिंग की घटनाओं की ने प्लेटफॉर्म में उपयोगकर्ता के विश्वास को खत्म कर दिया, जिससे उपयोगकर्ता की व्यस्तता और अंततः रेवेन्यु दोनों में गिरावट आई।

याहू का मुख्य कार्यालय कहा है ?

याहू का मुख्यालय संयुक्त राज्य अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया राज्य में सांटा क्लॅरा काउंटी सनीवेल में स्थित है।

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