माइग्रेन किस विटामिन की कमी से होता है अभी जानलो

माइग्रेन किस विटामिन की कमी से होता है के बारे में: माइग्रेन एक तंत्रिका संबंधी विकार है जिसमे बार-बार सिरदर्द की समस्या होती है जिसमे अक्सर लाइट, ध्वनि और गंध के प्रति संवेदनशीलता के साथ-साथ मतली और उल्टी के लक्षण दिखाई देते है।

जबकि माइग्रेन का सटीक कारण अभी भी अज्ञात है, रिसर्च से पता चलता है कि आनुवंशिकी, पर्यावरणीय कारकों और कुछ चिकित्सीय स्थितियों सहित कई अन्य कारण माईग्रेन का कारण बन सकते है। हालांकि आज इस आर्टिकल में हम माइग्रेन किस विटामिन की कमी से होता है इसके बारे में जानने वाले है-

माइग्रेन किस विटामिन की कमी से होता है?

माइग्रेन किस विटामिन की कमी से होता है

माइग्रेन पर किये गए अध्ययनों के अनुसार संभावित कारक विटामिन की कमी है, विशेष रूप से विटामिन बी 2 (राइबोफ्लेविन), विटामिन बी 6 (पाइरिडोक्सिन), और विटामिन बी 12 (कोबालिन) सहित कुछ बी विटामिनों की कमी माईग्रेन का कारण हो सकते है।

विटामिन बी 2 (राइबोफ्लेविन) शरीर में एनर्जी के उत्पादन के लिए आवश्यक है, और स्वस्थ त्वचा, आंखों और तंत्रिका तंत्र के कार्य को बनाए रखने में भी मदद करता है। कुछ शोधों के अनुसार माइग्रेन से पीड़ित लोगों के रक्त में राइबोफ्लेविन (विटामिन बी 2) का स्तर बिना माइग्रेन वाले लोगों की तुलना में कम होता है, और राइबोफ्लेविन के साथ सप्पलीमेंट माइग्रेन का सेवन migrane के जोखिम को कम कर सकता है। जर्नल न्यूरोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि वयस्कों में माइग्रेन के जोखिम को कम करने के लिए राइबोफ्लेविन (विटामिन बी 2) की उच्च खुराक (400 मिलीग्राम / दिन) पर्याप्त है।

नर्वस सिस्टम के कार्य को बनाए रखने और सेरोटोनिन और डोपामाइन सहित न्यूरोट्रांसमीटर के उत्पादन के लिए शरीर मे विटामिन बी 6 (पाइरिडोक्सिन) की पर्याप्त मात्रा होनी जरूरी है, यह विटामिन मूड और दर्द को कंट्रोल करने में महत्वूवर्ण भूमिका निभाते हैं।

शोध में पाया गया है कि विटामिन बी 6 की कमी माइग्रेन के बढ़ते जोखिम का कारण हो सकती है, और विटामिन बी 6 और सप्पलीमेंट माइग्रेन की गंभीरता और अवधि को कम कर सकते है। सेफलालगिया पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि महिलाओं में माइग्रेन की आवृत्ति और गम्भीरता को कम करने के लिए विटामिन बी 6 का सप्लीमेंट (100 मिलीग्राम / दिन तक) पर्याप्त है।

नर्वस सिस्टम के कार्य और लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन के लिए विटामिन बी 12 (कोबालिन) बेहद जरूरी है। कुछ शोधों ने सुझाव दिया है कि माइग्रेन से पीड़ित लोगों में बिना माइग्रेन वाले लोगों की तुलना में विटामिन बी12 का स्तर कम होता है, और विटामिन बी 12 के साथ सप्पलीमेंट की मदद से माइग्रेन की आवृत्ति और गंभीरता को कम किया जा सकता है। प्रतिदिन विटामिन बी 12 (400 एमसीजी / दिन) के सेवन से महिलाओं में माइग्रेन की आवृत्ति और तीव्रता को कम किया जा सकता है।

ये भी पढ़े:

हमारे लिए यह बात ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि कुछ रिसर्च बताते हैं कि माइग्रेन के विकास में विटामिन की कमी एक कारण हो सकती है, लेकिन माइग्रेन किस विटामिन की कमी से होता है और माइग्रेन में विटामिन का कितना योगदान है यह अभी भी पूरी तरह से क्लियर नही है।

Leave a Comment