By Yash Choudhary www.hindimesikho.in Image Credit: Google
स्कर्वी : विटामिन-सी की कमी से हमारे शरीर में स्कर्वी रोग हो सकता है, जिसके लक्षण मसूड़े की सूजन, हाथ पैरों में दर्द, त्वचा का रूखापन आदि होते हैं।
बेरी-बेरी: विटामिन-सी की कमी से बेरी-बेरी रोग हो सकता है, जो मांसपेशियों में कमजोरी, तंत्रिका संबंधी समस्याओं और थकान की विशेषता है।
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रिकेट्स: विटामिन-सी की कमी से रिकेट्स रोग हो सकता है, जो हड्डियों के कमजोर होने, मसूड़ों की समस्याओं और बच्चों में स्टंटिंग की विशेषता हो सकती है।
सीवर इंफेक्शन: विटामिन-सी की कमी से सीवर इंफेक्शन हो सकता है, जिसमें शरीर इंफेक्शन के खिलाफ मजबूत नहीं रह पाता और रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है।
आंखों की समस्याएं: विटामिन-सी की कमी से आंखों की समस्याएं हो सकती हैं, जैसे निमोनिया, अंधापन, रतौंधी आदि।
त्वचा की समस्याएं: विटामिन-सी की कमी से त्वचा की समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि त्वचा पर धूल के प्रभाव के कारण दर्दनाक मुंहासे, शुष्क त्वचा, जलन और जलन।
शारीरिक कमजोरी: विटामिन-सी की कमी शरीर को कमजोर बना सकती है और उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम कर सकती है, जिससे उसकी रोगों से लड़ने की क्षमता प्रभावित होती है।
फिटनेस की कमी: विटामिन-सी की कमी से फिटनेस में कमी आ सकती है, जिससे तंदुरूस्ती कम होती है, थकान महसूस होती है और बीमारियों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है।