प्रोटॉन की खोज किसने की थी और कब?

दोस्तों अपने प्रोटॉन का जीकर अपनी विज्ञानं की किताब मे पढ़ा या किसी से सुना जरूर होगा, तो चलिए जान लेते  है की प्रोटॉन क्या होता है और प्रोटॉन की खोज किसने की थी और कब?

प्रोटॉन क्या है? (proton kya hai)

प्रोटॉन एक पॉजिटिव चार्ज कण होता हैं जो हाइड्रोजन के एटम के नुक्लियस में मोजूद होता है। यह हर पार्टिकल के एटम में मोजूद होता है।

प्रोटॉन के भौतिक लक्षण

प्रोटॉन का मास्स:

एक प्रोटॉन का मास्स हाइड्रोजन  एटम  के मास्स के बराबर होता है। हाइड्रोजन एटम में एक इलेक्ट्रॉन और एक प्रोटॉन होता है। क्युकि इलेक्ट्रॉन का मास्स बहुत कम माना जाता है इसलिए यह कहा जा सकता है कि हाइड्रोजन एटम का  मास्स प्रोटॉन के एटम के बराबर होता है।

एक प्रोटॉन का मास्स एक इलेक्ट्रॉन के एटम का 1840 गुना होता है। इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन के मास्स से बारे में हम आगे जानेंगे।

इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन का द्रव्यमान (Mass of Electron, Proton & Neutron)

प्रोटॉन का चार्ज

प्रोटॉन का चार्ज इलेक्ट्रॉन के चार्ज के बराबर होता है। एक प्रोटॉन में 1.602×10−19 कूलॉम(coulomb) का चार्ज होता है 

प्रोटॉन की खोज किसने की थी? (proton ki khoj kisne ki)

प्रोटोन की खोज में बहुत से विज्ञानिको का हाथ था। 

सबसे पहले वर्ष 1815 में प्रोटॉन के बारे में अंग्रेजी वैज्ञानिक William Prout (विलियम प्राउट) ने सुझाव दिया कि सभी एटम हाइड्रोजन एटम से बने होते हैं।

उसके बाद वर्ष 1886 मे German physicist वैज्ञानिक Eugen Goldstein (सुजेन गोल्डस्टीन) ने Anode rays से प्रोटॉन की खोज करी और उन्होंने बताया प्रोटोन एक Positive चार्ज कण है जो एटम के नाभिक में पाया जाता है।

उन्होंने देखा कि डिस्चार्ज ट्यूब में इस्तेमाल होने वाली हाइड्रोजन गैस के मामले में पॉजिटिव किरणों का मास्स सबसे अधिक होता है 

गोल्डस्टीन ने पाया की 

जब हम हाइड्रोजन एटम से एक इलेक्ट्रॉन निकालते हैं तब हम एक प्रोटॉन का उत्पादन कर सकते  है।

जिसे हम ऐसे भी लिख सकता है 

H (हाइड्रोजन परमाणु) → H+ (प्रोटॉन) + e– (इलेक्ट्रॉन)

Ernest Rutherford ने 1911 में एटम की खोज की थी जिस ने प्रोटोन के बारे में सभी विज्ञानिको को नइ दिशा दी। उन्होंने पाया कि एक एटम में सभी पॉजिटिव एटम के कोर में केंद्रित होते हैं और एटम के अंदर की वॉल्यूम खाली होती है।

उन्होंने यह भी कहा कि पॉजिटिव कणों की कुल संख्या उसके चारों ओर उपस्थित नेगेटिव चार्ज इलेक्ट्रॉनों की कुल संख्या के बराबर होती है।

प्रोटॉन की खोज कब हुई थी ? (proton ki khoj kab hua tha)

सम्पूर्ण प्रोटॉन की खोज Ernest Rutherford द्बारा सन 1920 में हुई थी।

प्रोटॉन किसके लिए प्रयोग किया जाता है?

प्रोटॉन बीम थेरेपी के उपयोग में काम आता है यह कैंसर के इलाज के लिए एक्स-रे के बजाय प्रोटॉन का उपयोग करती है प्रोटॉन एक पॉजिटिव कण है। प्रोटॉन कैंसर कोशिकाओं को आसानी से नष्ट कर सकते हैं।

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तो दोस्तों उम्मीद करते है की आपको पता चल गया होगा की प्रोटॉन क्या हैं और प्रोटॉन खोज किसने की थी 

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