दोस्तों आज इस लेख में हम बैद्यनाथ अर्जुनारिष्ट के फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी साझा करेंगे, इसके साथ अर्जुनारिष्ट का सेवन कैसे करे यह भी बतयेंगे। अर्जुनारिष्ट दिल के मरीजों के लिए बहुत ही लाभदायक दवा हैं। यदि आपके सीने में दर्द, दिल में ब्लॉकेज या फिर रक्तचाप बड़ जाता हैं तो इस बीमारी के लिए यह कारगार दवा हैं।
बैद्यनाथ अर्जुनारिष्ट के फायदे और नुकसान
चलिए बैद्यनाथ अर्जुनारिष्ट के फायदे और नुकसान विस्तार से जानते है।
अर्जुनारिष्ट के फायदे (Arjunarishta Ke Fayde)
- दिल के दौरे को रोकता है
अर्जुनारिष्ट औषधि का उपयोग कंजेस्टिव हार्ट फेलियर के दौरान किया जाता है। अर्जुनारिष्ट रक्त वाहिकाओं में रुकावट को रोकता है, इसके साथ ही यह मस्तिष्क को एक निश्चित मात्रा में रक्त देता है। इस दवा के प्रयोग से व्यक्ति को शरीर की कमजोरी, सिरदर्द, बेचैनी आदि सभी समस्याओं से राहत मिलती है और इसका प्रयोग करने से दिल का दौरा पड़ने की संभावना कम हो जाती है।
- सीने के दर्द को ठीक करे
अक्सर लोगों को दौड़ते, सीढ़ियां चढ़ते या साइकिल चलाते समय सीने में दर्द होता है। जिन लोगों को यह समस्या है वे अर्जुनारिष्ट औषधि का प्रयोग कर सकते हैं।
- कम और ज्यादा रक्तचाप को स्थिर करे
जिन लोगों को रक्तचाप को लेकर कोई समस्या रहती है जैसे की रक्तचाप का बढ़ना या कम होना तो अर्जुनारिष्ट दवा का प्रयोग करे इससे शरीर का रक्तचाप सामान्य हो जाता हैं। इसमें काफी सारे शारीरिक गुण और फाइटोकेमिकल मौजूद है जो आपके दिल के होने वाले रोगों को ठीक कर दिल को सुरक्षित रखते हैं।
- सांस की बीमारियों के लिए फायदेमंद
अर्जुनारिष्ट औषधि का उपयोग श्वसन रोग, अस्थमा, सीओपीडी आदि रोगों के उपचार के लिए किया जाता है। इसके सेवन से मनुष्य के फेफड़े ठीक होते हैं। यह दवा अस्थमा की बीमारी को फैलने से रोकती है। अर्जुनारिष्ट औषधि मनुष्य के फेफड़ों को धुएं, धूल और अन्य कई प्रकार के विषैले पदार्थों से दूषित होने से बचाती है।
अर्जुनारिष्ट के नुकसान
अर्जुनारिष्ट दवा से होने वाले नुकसान निम्न प्रकार से हैं।
- मधुमेह रोगियों को अर्जुनारिष्ट का सेवन नहीं करना चाहिए।
- अर्जुनारिष्ट दवा का इस्तेमाल गर्भवती महिलाओ को नही करना चाहिए। इससे उनके शरीर को नुकसान हो सकता हैं।
- जो लोग शराब का सेवन करते है उनके लिए अर्जुनारिष्ट घातक साबित हो सकती हैं। शराब का सेवन करने वाले लोग यदि इस दवा को लेते है तो उनके शरीर में एलर्जी हो जाती हैं।
- जो महिला अपने बच्चो को स्तनपान करवाती है उसको इस दवा का सेवन नही करना चाहिए। इससे उसके शिशु को दिक्कत हो जाती हैं।
- खाली पेट दवा का सेवन नही करना चाहिए, इससे पेट संबंधी रोग हो जाते हैं।
Arjunarishta Syrup Uses In Hindi
- हार्ट अटैक से बचाता है
- सीने के दर्द को रोकना
- रक्तचाप को स्थिर करता है
- श्वास रोग में लाभदयाक
- प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है
- कार्डियक एरिदमिया
अर्जुनारिष्ट का सेवन कैसे करे
इस दवा की खुराक अलग अलग मामलो में दी जाती हैं। अर्जुनारिष्ट दवा को लेने के लिए वयस्क और बुजुर्ग में अलग अलग मापदंड होते हैं। जो निम्न प्रकार के हैं।
- वयस्क:
यदि कोई व्यस्क इस दवा को लेता है तो उसको दिन में दवा का सेवन दो बार करना होगा। इस दवा को वह खाने के पहले या फिर खाने के बाद कभी भी ले सकता हैं। दवा को खाने के लिए आपके पास हल्का गुनगुना पानी होना चाहिए। अर्जुनारिष्ट दवा का प्रयोग कम से कम 3 महीने तक करना होता हैं।
• बुजुर्ग:
बुजुर्ग लोगों को भी दवा का सेवन दिन में दो बार करना होगा। दवा को खाने से पहले या फिर खाने के बाद कभी भी ले सकते हैं। बुजुर्ग लोगो को दवा खाने के लिए गुनगुना पानी होना चाहिए। इस दवा का कोर्स या फिर सेवन करने का समय कम से कम 3 महीने का हैं। इसमें आपको निश्चित रूप से लाभ मिलेगा।
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दोस्तों आज के इस पोस्ट में हमने आपको अर्जुनारिष्ट के फायदे और अर्जुनारिष्ट के नुकसान के बारे में पूरी जानकारी दी है, ताकि आप इस दबाई मात्रा में इस दवा का इस्तेमाल कर सकें। मुझे उम्मीद है कि यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित होगी।